प्रदेश के जंगलों से मिलने वाली शुद्ध हवा, पानी व पर्यावरण का बोनस क्यों नहीं दिया जा रहा है उतराखण्ड को
पर्यावरणविद् कल्याण सिंह रावत
चमोली जनपद की हवा का ऑन लाइन ब्यापार। कनाडा और ऑस्ट्रेलिया की हवा के साथ साथ चमोली जनपद की हवा का भी क्रेज दुनिया में बढ़ने लगा है। अब तक तो पानी को बिकते हुए ही देखा है आपने लेकिन अब ऑक्सीजन प्रधान हवा का ब्यापार भी शुरू हो गया है। एक झोंके की कीमत तीन रुपया। 15 लीटर की कीमत 1999 रुपये। बंद बोतलों पर आपके घर पहुँच जायेगी। चमोली की हवा में ऑक्सीजेन् की मात्रा अधिक और गुणवता शुद्ध पायी गयी है। गुरु चुप तरीके से यह सब धंधा चल रहा है। हमारे पूर्वजों के पोषित इन जंगलों पर डाका कौन डाल रहा है? पर्यावरण के खातिर हमने अपने स्वार्थों को ताख पर रख कर जंगलों को बचाने का प्रण लिया हैं। रात दिन इन जंगलों को बचाने के खातिर हमारे बच्चे बेरोजगार घूम रहे हैं। इन जंगलों को बचाने के लिए इस जनपद ने कैसे कैसे आंदोलन खड़े किये।गौर देवी इन जंगलों को मायका मायका कहते हुए दम तोड़ दिया। आखिर हमें क्या मिला? अब हमें इंसाफ चाहिए हमारे जंगलों से मिलने वाली हवा पानी का बोनस हमें दीजिये। हमारे बेरोजगार बच्चों को रोजगार चाहिए। हवा पानी पर उतराखंडवासियों का हक है। हमारे जंगलों के हक हकूक पहले ही सरकार हमसे छीन चुकी है। अब हवा और पानी के बदले हमें बोनस चाहिए ताकि हमारे बच्चे भी सकून की जिंदगी जी सकें।