श्रीलंका में 4चर्च और 4 पंचतारा होटल में ईस्टर पर्व मना रहे ईसाई समुदाय पर हुए आतंकी हमले में 290की मौत, 500 से अधिक घायल
प्यारा उतराखण्ड डाट काम
श्रीलंका के 4चर्चों व 4 पंचतारा होटलों में ईस्टर पर्व मना रहे ईसाई समुदाय के लोगों पर हुए जघन्य आतंकी हमले से श्रीलंका सहित पूरा विश्व स्तब्ध है। 21 अप्रैल को ईशा मसीह के दुबारा जीवित होने की याद में ईस्टर पर्व मना रहे इसाई समुदाय पर 4 चर्च व 4 पांच तारा होटलों में 8 बम धमाके होने से कम से कम 290 लोग मारे गये और500 से अधिक लोग घायल हो गये।खबर है कि सिनामो ग्रैंड होटल में हमलावर मोहम्मद अज्जाम मोहम्मद एक रात पहले ही यहां आकर ठहरा था। होटल के मैनेजर ने बताया कि वह आतंकी खचाखच भरे रेस्तरां में ईस्टर की सुबह नाश्ते के लिए लाइन में सबसे आगे आकर खड़ा हो गया और फिर बम विस्फोट कर दिया।बाद में पुलिस जांच में पता चला कि यह आत्मघाती हमलावर फर्जी पहचान से यहां ठहरा हुआ था।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने इस आतंकी हमले के बाद तत्काल आपात बैठक बुलाई।श्रीलंका में आज साँय 6बजे तक कर्फ़्यू लगा दिया गया।इसी आशंका प्रकट किया जा रहा है कि कहीं यह कृत्य इस्लामीआतंकियों का तो ना हो।इस हमले को न्यूजीलैंड में हुये हमले का बदला लेने की नापाक कृत्य माना जा रहा है । सुबह से दोहपर तक बम धमाके होने से 35विदेशियों की भी मौत इस प्रकरण में हो गयी है।
ईस्टर के पर्व के अवसर इन समारोहों में हजारों की संख्या में लोग सम्मलित थे। ये श्रृंखलाबद्ध आतंकी हमले कोलंबो, बटीकलोवा व नेगोम्बो में हुए।
ये धमाके सुबह भारतीय समय के अनुसार 8.45 पर हुए जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित हुए थे। हालांकि इस जघन्य काण्ड की अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लिट्टे के सफाये के बाद आतंक की साया से अमन चैन की सांस ले रहे श्रीलंका की शांति पर इस आतंकी हमले ने फिर से ग्रहण लगा दी। गौरतलब है कि श्रीलंका में पर्यटन सबसे बडा उद्योग है। जो आतंकी हमले से काफी प्रभावित हो जाता है। इससे लोग ही नहीं श्रीलंका की सरकार भी परेशान है।