नामांकन पत्रों की जांच में 10 नामांकन पत्र किये गये रद्द
देहरादून(प्याउ)। 11 अप्रैल को होने वाले उतराखण्ड सहित देश की 91 सीटों पर हुए नामांकनों की जांच के बाद उतराखण्ड की 5 लोकसभा सीटों के लिए कुल 52 प्रत्याशी मैदान में हैं। 76,98,293 मतदाताओं की संख्या वाले उतराखण्ड राज्य में कुल 65 प्रत्याशियों ने नामांकन कराए थे। प्रदेश में 18 से 29 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं की संख्या 21,20,218 है जो कुल मतदाताओं की 27.54 फीसद है।
28 मार्च को नाम वापसी के बाद कुल 52 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं।
गढवाल संसदीय क्षेत्र से अब तीरथसिंह रावत मनीष खंडूड़ी शांति प्रसाद भट्ट दिलेंद्र पाल सिंह, डा.मुकेश सेमवाल. आनंदमणी जोशी.भागवत प्रसाद. डा.रामेंद्र सिंह भंडारी..डा.विनोद प्रसाद नौटियाल प्रत्याशी है।
वहीं टिहरी गढवाल संसदीय क्षेत्र से- माला राज्यलक्ष्मी शाह प्रीतम सिंह जयप्रकाश उपाध्याय सत्यपाल(बसपा) राजेन्द्र पुरोहित (माकपा), गोपालमणि ,सरदार खान पप्पू .ब्रहमदेव झा . दौलत कुंवर .संजय कुंडलिया. गौतम बिष्ट .संजय गोयल . बृजभूषण कर्णवाल. मधु शाह .अनु पंत ।
अल्मोड़ा संसदीय सीट पर अजय टम्टा प्रदीप टम्टा केएल आर्या . सुंदर धौनी (बसपा). बिमला व द्रोपदी देवी प्रत्याशी है।
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट पर अजय भट्ट हरीश रावत, पीपी आर्या . नवनीत अग्रवाल (बसपा ), डा. कैलाश पांडे – (माले ), ज्योति प्रसाद टम्टा व सुकुमार विश्वास प्रत्याशी रह गये।
हरिद्वार संसदीय सीट पर रमेश पोखरियाल निशंक – अम्बरीष कुमार सुरेंद्र कुमार उपाध्याय . डॉ. अंतरिक्ष सैनी(बसपा) त्रिबीरेंद्र सिंह रावत . नरेंद्र चैहान, ललित कुमार . फुरकान अली . भानपाल, रीनू ,आदिल .धर्मेंद्र,मनीष सिंह वर्मा .शिशुपाल सिंह व बची सिंह प्रत्याशी है।
उतराखण्ड में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को रद्द किया गया। टिहरी संसदीय सीट पर सभी 15 नामांकन पत्र सही पाये गये। अल्मोडा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के विद्रोही सज्जन टम्टा के नाम वापसी के बाद जहां अल्मोडा में कांग्रेस ने राहत की सांस ली। नाम वापसी के बाद 52 प्रत्याशियों में 5 महिला प्रत्याशी हैं। टिहरी और हरिद्वार लोकसभा सीट पर सबसे अधिक 15- 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। अल्मोड़ा में छह प्रत्याशी मैदान में हैं। गढ़वाल और नैनीताल सीट पर नौ-नौ प्रत्याशी हैं। पांच सीटों पर कुल पांच महिला प्रत्याशी भी मैदान में हैं। इसमें से टिहरी और अल्मोडा सीट पर दो- दो महिलाएं मैदान में हैं। जबकि हरिद्वार सीट पर एक प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं।
नैनीताल ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर 3 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र अपूर्ण पाये जाने से रद्द किये जाने से अब केवल 7 प्रत्याशी चुनावी दंगल में रह गये। इन रद्द किये गये प्रत्याशियों में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के प्रत्याशी प्रमोद कुमार, राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी के असलम शाही व निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल वहीद है।
वहीं अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी चंद्र मोहन बेरी का नामांकन पत्र में शपथ पत्र अपूर्ण होने से निरस्त किया गया। इसके बाद इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप टम्टा, भाजपा के अजय टम्टा, उक्रांद के केएल आर्या, उपपा की विमला, यूकेडी (डी ) उम्मीदवार द्रौपदी एवं निर्दलीय सज्जन लाल टम्टा व सुंदर धौनी ने सहित कुल सात उम्मीदवार रह गए हैं।
गढ़वाल संसदीय सीट पर 3 प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त किये जाने के बाद अब केवल 9 प्रत्याशी चुनावी दंगल में रह गये। रद्द किये गये नामांकनों में निर्दलीय संतलाल, जय जवान-जय किसान पार्टी प्रत्याशी राकेश रतूड़ी और निर्दलीय कैलाश शंकर त्रिवेदी हैं।
वहीं हरिद्वार सीट से शिवकुमार कश्यप, मनोज जैन और कृष्ण धर पांडेय तीन नामांकन निरस्त किए गए। इस सीट पर अब भाजपा के रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के अम्बरिश, बसपा, उक्रांद, सहित 17 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।
खबरों के अनुसार एक निर्दलीय प्रत्याशी मनीष वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी के नामांकन पर रिर्टनिंग आफिसर को शपथ पत्र देकर आपति जताई थी। जिसे बाद में ठीक कर दिये गये। निदलीय प्रत्याशी मनीष वर्मा ने आरोप लगाया था कि भाजपा प्रत्याशी ने अपने नामांकन के समय जानकारियां छिपाई । इसमें निशंक की एक पुत्री श्रेयाशी निशंक ने विदेश से नौकरी छोड़कर एक वर्ष पूर्व सेना ज्वाइन की है। उनकी आय व बैंक बैलेंस दर्शाया नहीं गया है। देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री आवास के संबंध में कुल कितनी देनदारी थी इस तय को छिपाया गया है। कितनी देनदारी का भुगतान किया गया है यह भी छिपाया गया है। वही दिल्ली सांसद निवास का नंबर नो-डयूज का प्रोविजनल है जो नियमानुसार प्रोविजनल नहीं होना चाहिए था। उसका कोई नो-डयूज नहीं है। बताया कि फार्म-ए और फार्म-बी अधूरे भरे गये हैं।