11 अप्रैल से 19 मई तक 7चरणों (11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 06मई, 12मई व 19 मई) में होगे मतदान
प्रत्याशियों को 3बार समाचार पत्र में प्रकाशित करना होगा अपने आपराधिक कृत्यों की जानकारी
उतराखण्ड में 11 अप्रैल व दिल्ली में होगा 12 मई को मतदान
नई दिल्ली (प्याउ)। भारत के निर्वाचन आयोग ने 10 मार्च की सांयकाल 5 बजे को 17वीं लोकसभा गठन के लिए चुनाव की रणभेरी बजा दी है। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। 23मई को 17वीं लोकसभा के गठन के लिए हुए चुनाव की मतगणना होगी। देश के 90 करोड़ मतदाता देश के 36 राज्य व केन्द्र शाशित प्रदेशों की 543 लोकसभा सीटों मेें 11 अप्रैल से 19 मई (11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 06मई, 12मई व 19 मई) तक 7 चरणों में मतदान करेंगे। उल्लेखनीय है कि 16वीं लोकसभा के गठन के लिए 2014 में 9 चरणों में मतदान कराया गया था।
17वीं लोकसभा के गठन के लिए होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, उडिसा, अरूणाचल व सिक्किम प्रदेशों की विधानसभा के आम चुनाव भी होगे। उतराखण्ड की 5 लोकसभा सीटों सहित 91 लोकसभाई सीटों पर मतदान 11 अप्रैल होगा। वहीं दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों सहित 59 लोकसभा सीटों पर मतदान 12 मई को होगा।
इस अवसर पर किये गये संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि आचार संहिता लागू हो जाने से सरकार अब ऐसा कोई नीतिगत फैसला नहीं कर सकेगी, जो मतदाताओं के फैसले को प्रभावित कर सके। चुनाव प्रक्रिया 27 मई तक संपन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस बार चुनावी मशीन में दलों के चुनाव चिह्न के साथ-साथ प्रत्याशियों की तस्वीर भी होगी। सबसे रोचक बात यह है कि हर प्रत्याशी को तीन बार अपने आपराधिक रिकॉर्ड का प्रकाशन अखबार में कराना होगा। मतदाताओं के लिए, सीविजिल एप शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर .1950 रखा गया। हर मतदान केंद्र से लेकर स्ट्रांग रूम में ईवीएम को जमा करने तक उसकी जीपीएस ट्रैकिंग होगी।। इसके साथ सभी चुनावी मशीन के साथ वीवीपैट का इस्तेमाल होगा। 17.4 लाख वीवीपैट की होगी जरूरत है।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि 1जनवरी 2019 को 18 वर्ष की उम्र वाले देश के मूल निवासी को मतदाता बनाया गया।
देश मतदान केन्द्र 1035918, बूथ यूनिट 23.3 लाख, वीवीपीएट 17.4 लाख। इस बार भारतीय मूल के विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के मतदाताओं की संख्या 1677386 है। इस बार उभयलिंगी 38325 मतदाता है।
खर्च की सीमा- 28 फरवरी 2014 को हुए चुनाव खर्चे की अधिकतम सीमा के अनुसार लोकसभा चुनाव में प्रत्येक उम्मीदवार को 70लाख रूपये (अरूणाचल,, गोवा, सिक्किम व दिल्ली छोड कर सभी केन्द्र शाशित प्रदेश में 54 लाख)।
विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्येक उम्मीदवार की खर्च सीमा- आंध्र व उडिसा में 28 लाख तथा अरूणाचल व सिक्किम में 20 लाख रूपये।
नामंकन शुल्क -10000 रूपये
देश में इस समय 2354 पंजीकृत दल है इसमें मान्यता प्राप्त दलों सहित 464 चुनावी दंगल में भाग लेते हैं। वर्तमान में 7 राष्ट्रीय दल, 52 प्रांतीय दलों के चुनाव चिन्ह आरक्षित है।