देश

पाकिस्तान को खुद आतंकी व दुश्मन देश घोषित कर,अजहर मसूद को सोंपने की मांग करे भारत

पाकिस्तान को खुद आतंकी व दुश्मन देश घोषित कर सभी सम्बंध तोडने के साथ अंग्रेजी व  इंडिया की गुलामी को त्याग कर भारत की रक्षा करने के प्रथम संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करे #मोदी_सरकार

 

अजहर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के साथ उसे भारत को सोंपने  की मांग करे भारत
नई दिल्ली (प्याउ)। आज 28 फरवरी को जहां एक तरफ संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले पाकिस्तान के आतंकी संगठन ‘जेश ए मुहम्मद’ व उसके सरगना मसूद अजहर को काली सूचि में डालने के महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर निर्णय लेगा। वहीं दूसरी तरफ 28 फरवरी को दिल्ली में अंग्रेजी व इंडिया की गुलामी में 72 साल से बलात जकडे हुए भारत की मुक्ति के लिए विगत 71 माह से संसद की चैखट पर ऐतिहासिक सत्याग्रह कर रहे भारतीय भाषा आंदोलन, ने राष्ट्रीय धरना स्थल जंतर मंतर से प्रधानमंत्री आवास तक  अध्यक्ष देवसिंह रावत के नेतृत्व में एक शिष्टमण्डल ने पदयात्रा कर प्रधानमंत्री कार्यालय में एक दो टूक ज्ञापन सोंपते हुए पुरजोर मांग की जायेगी कि भारत खुद, पाकिस्तान को आतंकी व दुश्मन देश घोषित कर सभी सम्बंध तोडने के साथ अंग्रेजी व  इंडिया की गुलामी को त्याग कर भारत की रक्षा करने के प्रथम संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करे ।
भारतीय भाषा आंदोलन के ज्ञापन में प्रधानमंत्री से मांग की कि पुलवामा हमले के गुनाहगार आतंकी संगठन ‘जैश ए मुहम्मद’ व उसके प्रमुख आतंकी अजहर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करके उसकी सम्पतियां जब्त करने के साथ पाकिस्तान को मजबूर किया जाय कि वह भारत पर आतंकी हमलों के मुख्य गुनाहगार अजहर मसूद को भारत को हर हाल में सौंपे। जिससे भारत उस आतंकी को उसके गुनाहों की माकूल सजा दे सके। इस ज्ञापन में भारतीय भाषा आंदोलन ने भारत सरकार को उसके प्रथम संवैधानिक दायित्वों का स्मरण कराते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि अजहर मसूद व सईद सहित तमाम आतंकी पाकिस्तान के प्यादे हैं असली गुनाहगार पाकिस्तान है जो 1947 से निरंतर भारत को आतंक से बर्बाद करने को तुला है। इसलिए प्यादों से कहीं अधिक असली गुनाहगार पाकिस्तान है। इसलिए पाकिस्तान को आतंकी व दुश्मन देश पहले खुद भारत को घोषित करके सभी प्रकार के संबंध तोड कर उसके नापाक आतंकी मंसूबों को जमीदोज करना जरूरी है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मसूद व उसके आतंकी संगठनों को आतंकी घोषित कर कालीसूचि में डालने के साथ पाकिस्तान को ही आतंकी देश घोषित करके उसको अलग थलग करना चाहिए।
सबसे हैरानी की बात यह है कि भारत की संसद, मुम्बई, पठानकोट, उडी व पुलवामा आदि दर्जनों स्थानों पर निरंतर आतंकी हमले करने वाले आतकी पाकिस्तान को भारतीय हुक्मरानों ने सबसे मित्र राष्ट्र का दर्जा दिया हुआ था। वह दर्जा भी जनता के निरंतर आक्रोश के बाद 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत सरकार ने भले ही हटा दिया है। परन्तु अभी भी पाकिस्तान को भारत न तो आतंकी देश घोषित किया व नहीं दुश्मन देश। उसके साथ अभी तक भारत ने सभी प्रकार के संबंध तोड़ने का काम भी नहीं किया।
भारत आशा करता है कि अमेरिका व अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से पाकिस्तान को अलग थलग करे व पाकिस्तान को वे आतंकी देश घोषित करे। परन्तु खुद अभी तक वह पाकिस्तान को आतंकी देश व दुश्मन देश तक घोषित नहीं कर पाया। वह आशा करता है कि चीन, पाक को आतंकी देश घोषित करे। परन्तु खुद अभी तक वह पाकिस्तान को आतंकी व दुश्मन देश घोषित नहीं कर पाया। भारतीय हुक्मरानों को अपनी खुद के आंखों में धूल झोंकने वाली रणनीति को उतार कर राष्ट्रीय दायित्व को निर्वहन करने वाला स्पष्ट व आक्रामक नीति पर चलना होगा। तभी विश्व के अन्य देश पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि
संयुक्त राष्ट्र परिषद के 5 में ंसे तीन प्रमुख देश संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने 28 फरवरी पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले पाकिस्तानी आतंकी संगठन ‘जैश ए मुहम्मद’ व उसके सरगना ‘अजहर मसूद  को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद प्रतिबंध लगा कर काली सूचि में डाले। पांच स्थाई व 10 अस्थाई देशों वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यीय इस पर विचार करेंगे। इस प्रस्ताव पर जहां रूस इस प्रस्ताव का समर्थन कर सकता है वहीं चीन इस पर अडंगा लगा सकता है। पहले भी कई बार चीन के अडंगे के कारण मसूद को अंतराष्ट्रीय आतंकी घोषित नहीं किया गया। वहीं आतंकी पाकिस्तान इसी चीनी ढाल से प्रोत्साहित हो कर इस आतंकी को समाजसेवी बता कर पूरी दुनिया को ठेंगा बता रहा है।
सबसे बडी बात यह है कि इस समय पूरे विश्व में पाकिस्तान के खिलाफ बडा माहौल है। इस माहौल का सदप्रयोग करते हुए पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने, कश्मीर में धारा 370 व अनुच्छेद 35-ए हटाने व भारत में काबिज पाकिस्तान परस्त आस्तीन के सांपों को निर्ममता से रौंदना चाहिए। इसके साथ पूरे विश्व में पाकिस्तान को अलग थलग करने के लिए भारत को आतंकी देश घोषित कराना चाहिए। इसके लिए भारत को जो खुद पाकिस्तान के आतंक से विगत 72 साल से पीडित है, उसे पाकिस्तान को पहले आतंकी देश घोषित करना चाहिए। उसके बाद पूरी दुनिया को उसका उस आतंकी देश घोषित कराना चाहिए।

About the author

pyarauttarakhand5