अवैध खनन के मामले में
नई दिल्ली (प्याउ)। देश में इंटरनेटी दुनिया में भारतीय प्रशासनिक सेवा की चर्चित अधिकारी बी चंद्रकला के लखनऊ स्थित आवास पर सीबीआई द्वारा छापा मारने की खबर है। बी चंद्रकला अपने कामों के साथ इंटरनेटी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है। खबरिया चैनलों में छन कर जो खबर आ रही है उसके अनुसार उसके आवास पर अवैध खनन के मामले में छापेमारी की जा रही है। इस प्रकरण से भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गयी है।
आंध्र प्रदेश की मूलनिवासी व सन 2008 की बैच में उप्र कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी बी चंद्रकला नीरू, बुलंदशहर, हमीरपुर व मेरट सहित कई जनपदों की जिलाधिकारी रही । बी चंद्रकला एक प्रकार से फेसबुक/टवीटर सहित इंटरनेटी जगत में छायी रहने वाली बी चंद्रकला आईएएस के अधिकृत फेसबुक
B. Chandrakala IAS
पेज में 85,96,497 लोगों को यह पसंद है व 86,36,339 लोग इसे अनुशरण करते हैं। वहीं टवीटर पर
B.Chandrakala IASVerified account
अधिकृत खाते में उसको 895000 लोग अनुशरण करते है। उसके टिवटर पर केवल 904 ही टवीट किये है। पर वह प्रधानमंत्री मोदी व उप्र के मुख्यमंत्री योगी व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश सहित केवल दस लोगों का अनुशरण करती है। अभी तक बी चंद्रकला की इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं हुई।
उसे ईमानदारी अधिकारी के नाम से जाना जाता है।27 सितंबर 1979 में फर्टिलाइजर सिटी, रामागुंडम, करीमनगर, आंध्र प्रदेश(तेलंागना) में जन्मी चंद्रकला की शिक्षा कोटी वुमेन्स कॉलेज, हैदराबाद से हुई है। मेरठ में जिलाधिकारी रहते हुए चुनाव में स्थानीय भाजपा नेताओं से उनकी तरकरार होने के बाद उनका तबादला हो गया था। वह 2018 से अध्ययन के लिए अवकास पर है।
ऐसी खबरे हैं कि उसकी एक छोटी सी पोस्ट पर पर पंसद करने के मानक पर वह दुनिया के कई इंटरनेटी दुनिया के दिग्गजों को मात देती है। अभी तक बी चंद्रकला की इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं ंहुई। ऐसी खबर है कि उन पर जो छापे पडे वह अवैध खनन के मामलों को लेकर है। केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने न्यायालय के आदेश पर अवैध खनन घोटाले पर की जा रही जांच के तहत ही यह छापामारी की गयी। चंद्रकला के अलावा इस मामले में सपा के नेता, कई ठेकेदार सहित कई सरकारी अधिकारियों पर छापेमारे की गयी। ऐसा कायश लगाया जा रहा है इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश पर भी सीबीआई पूछताछ कर सकती है। क्योंकि ये प्रकरण पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के कार्यकाल के दौरान ही हुआ था। इन छापों पर तीब्र प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने इस छापेमारी को उनके दल समाजवादी पार्टी की बसपा से हो रही 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बन रहे मजबूत महागठबंधन को रोकने वाला मोदी सरकार का हथकण्डा मात्र है। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस की तरह भाजपा भी अपने राजनैतिक प्रतिद्धंदियों की राह रोकने के लिए ऐसा कृत्य करती है। इस प्रकरण के अपराधियों को सजा कब मिलेगी यह तो समय ही बतायेगा। परन्तु इंटरनेटी दुनिया में चर्चित भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी से लोग अचम्भित है। लोग हैरान होते है भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर अधिकारी भी भ्रष्टाचार में लिप्त रहते है। इस प्रकरण से ईमानदार अधिकारियों पर भरोसा करके भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करने वाले लोगों के विश्वास को गहरा धक्का जरूर लगा। वे समझ नहीं पा रहे हैं । भ्रष्टाचार आंदोलन में केजरीवाल से छले हुए लोग चंद्रकला प्रकरण से बेहत आहत है उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इस भ्रष्ट व्यवस्था से देश को मुक्ति ऐसे कालनेमियों से भरी दुनिया में किसके भरोसे मिलेगी।