Dehradun उत्तराखंड

राजधानी गैरसैण की घोषित कराने के आंदोलनकारियो ने छेडी आर पार की जंग

  • *राजधानी गैरसैण निर्माण अभियान द्वारा आहुत
  •  देहरादून (प्याउ) 25 दिसंबर 2018को गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान ने देहरादून के परेड़ ग्राउंड स्थित संघर्ष स्थल पर 100 दिन का धरना पर  गैरसैंण को तत्काल प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित करने के लिए निर्णायक आंदोलन का शंखनाद, आरपार आंदोलन के रूप में किया। राज्य गठन के 18 साल बाद भी जनता की पुरजोर मांग को अलोकतांत्रिक रूप से नजरांदाज करके प्रदेश व देश के हितों को रौंद रहे प्रदेश के हुक्मरानों को उनके संवेधानिक दायित्वों को निर्वहन करने के लिए जहां 25 दिसम्बर को देश की आजादी के महानायक वीर चंद्रसिंह गढवाली की जयंती पर  उतराखण्ड सरकार सहित भारत सरकार को ज्ञापन दिये गये। इस अवसर पर धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया  गया। सभा के बाद आंदोलनकारियों ने धरना स्थल से विधायक होस्टल तक लम्बी पदयात्रा कर प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व प्रातः ही गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान के विशेष दलों ने कामचलाऊ विधानसभा, राजनिवास,मुख्यमंत्री आवास आदि स्थानों पर जा कर विधानसभा अध्यक्ष, राज्यपाल, मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान के 100 दिन पूरे होने पर धरना स्थल इसके संघर्ष स्थल पर पहुँचकर  जनसभा की जिसको ’गोर्खाली सुधार सभा का उपाध्यक्ष पूजा सुब्बा,  रघुवीर बिष्ट, देव सिंह रावत, रणवीर सिंह चैधरी, पूर्व सैनिक माधवानंद बंदूनी, रेणु नेगी’ आदि ने संबोधित किया।
    इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख आंदोलनकारियों में  कमला पंत,प्रकाश थपलियाल, प्रदीप कुकरेती,योगेश भट्ट,चारू तिवारी, इंजीनियर आनंद प्रकाश जुयाल,भार्गव चंदोला, छात्र नेता सचिन थपलियाल,  दिल्ली से उतरांचल समिति,बड़ी संख्या में महिला,युवा,बुजुर्ग आदि सम्मिलित थे।  सभा का संचालन लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल व मदन भण्डारी ने किया।सभा को उपरांत सभी अभियानकर्मियो ने विधायक हॉस्टल के लिए कूच प्रारम्भ किया। जोश-खरोश से लबरेज गैरसैंण अभियानकर्मी पैदल मार्च करते हुए व नारे लगाते हुए विधायक हॉस्टल के गेट तक पहुँच गए। यहाँ पहुँचकर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने गैरसैंण के संबंधित ज्ञापन ’भारत के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री, स्पीकर लोक सभा, स्पीकर राज्य सभा, भारत के गृहमंत्री, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश व उत्तराखंड के उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश’ को प्रेषित किए। केन्द्र सरकार को भेजा प्रशासन की ओर से ’नगर मैजिस्ट्रेट लक्ष्मी राज चैहान’ ने प्राप्त किया व ज्ञापन ’राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी’ द्वारा पढ़ा गया।

    इससे पहले 25 दिसम्बर  प्रातःर 10.30 बजे गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान के अभियानकर्मी 10 से 15 की संख्या में टीमों गठित कर राजभवन में माननीय राजयपाल जी, मुख्यमंत्री आवास पर माननीय मुख्य मंत्री जी, विधानमंडल भवन पर माननीय विधान सभा अध्यक्ष जी और उत्तराखंड सचिवालय में माननीय मुख्य सचिव जी को ज्ञापन देने पहुँच गए।

    ’गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान’ की भिन्न भिन्न टीमों ने वहां पर पहुचकर गैरसैण राजधानी बनाने संबंधी ज्ञापन सरकार को सौंपेद्य राजभवन व मुख्य मंत्री आवास पहुंची टीम में राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, इंजीनीर आनंद प्रकाश जुयाल, रणवीर सिंह चैधरी, श्रीमती हेमलता पंत, समीर मुंडेपी, प्रवीन गुसाँई, रविन्द्र प्रधान, जबरसिंह पावेल प्रकाश गौड़, अंकित बिष्ट, संदीप काला, रोहित ध्यानी, कुलदीप सेमवाल, संदीप काला, आर्यन सेमवाल थे।

    ’राजभवन में राज्यपाल के ए.डी.सी मेजर मुदित सूद व मुख्य मंत्री कार्यालय में ओ. एस. डी जगदीश चन्द्र खुल्बे’ ने गैरसैंण संबंधी ज्ञापन लिया।
    विधान सभा पहुंची टीम में वीरेन्द्र सिंह रावत, लसुन टोडरिया, राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, श्रीमती गीता बिष्ट, सुशील सैनी, जगदंबा प्रसाद मैठाणी, आरिफ हुसैन, संजय थपलियाल, सुभाष रतूडी, भार्गव चंदोला, सुमन नेगी, आदित्य डोभाल, अभिषेक डंगवाल, जयकृत कण्डवाल, श्रीमती ज्योत्सना असवाल, नीरज गौड थे। यहाँ पर गैरसैंण संबंधी ज्ञापन ’डिप्टी मार्शल लक्ष्मण सिंह रावत’ ने लिया।
    मुख्य सचिव को प्रेषित ज्ञापन को देने वालों में मदन सिंह भंडारी, मोहन सिंह भंडारी, रेणु नेगी, संजय भट्ट, सुरेश नेगी, चारू तिवारी रहे। यहाँ पर ज्ञापन ’संयुक्त सचिव कुरविंदर सिंह’ ने ग्रहण किया।
    ’मदन सिंह भंडारी, मोहन सिंह भंडारी, रेणु नेगी, संजय भट्ट, सुरेश नेगी,  लसुन टोडरिया, राज्य आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, श्रीमती गीता बिष्ट, सुशील सैनी, जगदंबा प्रसाद मैठाणी, आरिफ हुसैन, संजय थपलियाल, सुभाष रतूडी, सुमन नेगी, जयकृत कण्डवाल, आदित्य डोभाल, अभिषेक डंगवाल, श्रीमती ज्योत्सना असवाल,  योगेश भट्ट, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल,रणवीर सिंह चैधरी, श्रीमती हेमलता पंत, समीर मुंडेपी, प्रवीन गुसाँई, रविन्द्र प्रधान, जबरसिंह पावेल प्रकाश गौड़, अंकित बिष्ट, श्रीमती गीता बिष्ट, रोहित ध्यानी, आर्यन सेमवाल, कुलदीप सेमवाल, अल्मोडा से आए पूरण सिंह मेहरा, बीपी ममगाई, भगवती प्रसाद थपलियाल, जसपाल सिंह भंडारी, जगत सिंह भंडारी, शीला रावत, राजपाल सिंह असवाल, अनिल रावत, शकुंतला गुसांई, पुष्कर नेगी, रूपेन्द्र, प्रदीप सती, जयकृत कण्डवाल, प्रदीप कुंवर, सुशील विरमानी, आरिफ खान, हरीश मैखुरी, उदवीर सिंह पंवार, सुरेश नेगी, नीरज गौड़’, अनिल रावत, रूपेश रावत आदि उपस्थित रहे।

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