खबर है कि आध्यात्मिक गुरू भैय्यू जी महाराज ने दो बजे के करीब खुद को गोली मार कर आत्महत्या की कोशिश की। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनका देहान्त हो गया। अण्णा आंदोलन के समय भय्यू जी चर्चा में आये थे। ये फिल्मी दुनिया व आध्यात्म के मिश्रण के लिए विख्यात रहे।
कुछ समय पहले मध्य प्रदेश सरकार में दर्जाधारी मंत्री का प्रस्ताव दिया था जिसे गुरू भैय्य जी ने ठुकरा दिया था। क्या सांसारिक जीवन छोड़कर आध्यात्मिक की तरफ बढे महाराज भी नहीं सुलझा पाये अपने सांसारिक सम्बंधों के बंधनों को? जबकि वे एक बज कर 57 मिनट पर उन्होने किसी को जन्म दिन की बधाई दी उसके बाद उन्होने गोली मारी।
यह लोगों के गले नहीं उतर रही है। वे सुलझे हुए महाराज थे।
महाराज ने आत्महत्या की या अन्य प्रकरण? कुछ ही दिन पहले उन्होने दूसरी शादी भी की थी। इनका मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात प्रदेश की राजनीति में बडी पकड़ थी। वे फिल्म में मोडलिंग की जिंदगी को छोड़कर आध्यात्मिक जीवन अपना लिया था।