आपको बता दे की देहरादून के क्रिकेट स्टेडियम का नाम राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है लेकिन इस स्टेडियम को भी कॉंग्रेस पार्टी ने अपने परिवार के नाम कर दिया जिससे उत्तराखंड की जनता अपने आप को ठगा महसूस करती है। अब उत्तराखंड के लोग इसको बदलने की मांग कर रहे है। जिसके लिए उत्तराखंड के लोगो में उत्तराखंड के महान महान हस्तियों के नाम करने की मांग की जा रही है जिसमे से एक नाम सबसे उपयुक्त लगता है उनका नाम ऐसा है की लोग अपना नाम भूल सकते लेकिन उनका नहीं। वे किसी अवार्ड के मोहताज़ नहीं, वे गाना गाते है हमारे पहाड़ के लोगो की आवज़ बनकर।
उत्तराखंड को सबसे ज्यादा पहचान दिलाने में इनका योगदान अविस्मरणीय है उनके सबसे फेमस गाने इस प्रकार है-
- ठंडो रे ठंडो , मेरा पहाड़े की हवा ठंडी पानी ठंडो
- हे हो हान …….नौछमी नरेना
- २ गतये बैसाक सुरमा मेरा मुलुक ऐ जेई ……सरेला
- तेरा माछोया गाड़ बोगिगये अब खा माछा
- सरा रा रा पवां पवां चली बे मोटर चली
- माछी पानी सी ज्यू तेरु मेरु हो बिना तेरा नई जियेंदु ,नि जियेंदु तेरा बिना
- मेरको पहाड़ी पहाड़ी मत बोलो जी देहरादून वाला हूँ
- सुलपा की साज बाल सुलपा की साज
- पिचकारी तररा रा रा केन मरी छर रा रा तन मन रिझयेगये रिझयेगे हो हो हो होली आज्ञे
- मि नि करदु तवे से बात , छोड़ छोडीदये मेरु हाथ … बोल चिट्टी किले नि भेजी
- मेरा आण्ड से हर्ष व्हे के ते हवै लियो न हो मेरा जाना को दुःख के न हो
- घर बाटी चिट्ठी ऐग्याई
- खोजयाली मिन खोजयाली
- एन्नी होली की उन्नी होली
- घुघूती घुरवा लेगी
- लस्का ढस्का मा चली
- तेरी खुद तेरु ख्याल
- कनके कटेलु दिन
न जाने कितने गाने है उनके लिस्ट ही काम पड़ जाती है तोह क्या आपको नहीं लगता ऐसे लोगो के नाम से यहाँ स्टेडियम का नाम हो।