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राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने मारी बाजी, विपक्ष गठबंधन को दी मात

उप्र की दसवीं सीट पर भाजपा के अनिल अग्रवाल ने दी बसपा के भीमराव अम्बेडकर को मात
राज्य सभा की 58 सीटों के चुनाव परिणाम में भाजपा ने मारी बाजी

लखनऊ(प्याउ)। देश के 17 राज्यों की 58 राज्य सभा सीटों पर हुए चुनाव  में जहां 10 राज्यों में 33 सीटों पर पहले ही निर्विरोध  जीत चूके है। वहीं अब उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना यानी 6 राज्यों के 25 सीटों को 23 मार्च को हुए मतदान के परिणाम 23 मार्च की रात को आखिरकार निकल गये। उप्र की दसवीं सीट पर हुए घमासान पर सत्तारूढ भाजपा ने सपा, बसपा व कांग्रेस आदि विपक्ष गठबंधन को मात दी। 58 सीटों में भाजपा ने 27, कांग्रेस को 10, तृणमूल कांग्रेस 4,, बिजू जनता दल-3 व अन्य 14 जीते।

उप्र में राज्यसभा चुनाव में मिली भारी सफलता पर अपनी प्रतिेिेक्रया प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी रात ने 11 बजे इसके लिए उप्र की जनता व विधायकों को बधाई देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का अवसरवादी चेहरा पूरी जनता के सामने बेनकाब हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चुनाव में भाजपा के केन्द्रीय पर्यवेक्षक पीयूष गोयल के साथ सभी विजयी उम्मीदवारों को भी बधाई देते हुए उप्र भाजपा के सहयोगी दलों का भी आभार प्रकट किया। इस अवसर पर भाजपा के केन्द्रीय पर्यवेक्षक पीयूष गोयल ने इस चुनाव में विजय होने के लिए मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी और सभी विधायकों को भी बधाई दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री व केन्द्रीय पर्यवेक्षक दोनों ने प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में आगे बढ़ने की आशा प्रकट किया। जिन विधायकों ने भाजपा के प्रत्याशियों को विजयी बनाने में अपना योगदान दिया उसके लिए हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने भी सभी को बधाई दी। इस अवसर पर अरूण जेटली को छोडकर सभी विजयी प्रत्याशी भी विजय उदघोष रूपि प्रेसवार्ता में उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा की 58 सीटों में उत्तर प्रदेश में 10, बिहार और महाराष्ट्र में 6-6, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 5-5, गुजरात और कर्नाटक की 4-4, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और राजस्थान में 3-3, झारखंड की 2, छत्तीसगढ़, हिमाचल, हरियाणा और उत्तराखंड की 1-1 सीट पर चुनाव 23 मार्च को चुनाव हुआ।

राज्यसभा के 58 सीटों में सबसे अधिक 10 सीटें उत्तर प्रदेश से है। पूरे देश की नजर यहां की दसवीं सीट पर रही। दलीय संख्या के हिसाब से  8 सीटों पर भाजपा व एक सीट पर सपा के प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही है। भाजपा ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली,  डॉ. अनिल जैन, अशोक वाजपेयी, कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, डॉ. हरनाथ सिंह यादव, सकलदीप राजभर और जीवीएल नरसिम्हा  की जीत पहले ही तय मानी जा रही है। वहीं सपा की जया बच्चन की भी जीत तय थी। वहीं सपा की जया बच्चन की भी जीत तय थी। ये सभी 9 प्रत्याशी विजयी रहे। 

परन्तु 10वें सीट पर उप्र में घमासान हो रहा है।  सपा ने जया बच्चन और बसपा ने भीमराव अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया है.
इस सीट पर भाजपा ने  अनिल अग्रवाल को मैदान में उतारा था और बसपा ने  भीमराव अम्बेडकर को । सपा, कांग्रेस व रालोद द्वारा बसपा का प्रत्याशी को समर्थन दिया गया। भाजपा व विपक्ष दोनों के पास अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए पर्याप्त मत न होने से विरोधी पक्ष में सेंघ लगाने के लिए घमासान रहा। मतदान के दिन 23 मार्च को पूरे दिन एक दूसरे दलों में ।
विधानसभा सदस्यों की संख्या हिसाब से यहां एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 37 विधायक होने चाहिए। भाजपा के पास 324 विधायक हैं यानी 8 सीट पक्की। इसके बाद भी 28 वोट शेष बचेंगे। वहीं दूसरी बडी पार्टी समाज पार्टी के पास 47 विधायक है। अपना एक प्रत्याशी राज्यसभा में भेजने के बाद सपा के पास 10 मत बचे है। बसपा के पास 19 विधायक व कांग्रेस के 7 विधायक है। एक विधायक रालोद के पास है। इन विपक्ष के सभी 36 विधायकों के समर्थन पर बसपा ने अपना प्रत्याशी भीमराव अम्बेडकर को उतार दिया। जो जीत के लिए एक मत कम है।

10वीं सीट पर हुए मतगणना में भाजपा की दूसरी वरियता के मत काफी महत्वपूर्ण रहे। 10वीं सीट पर हुए मतगणना में भाजपा की दूसरी वरियता के मत काफी महत्वपूर्ण रहे। भाजपा के उम्मीदवार  अग्रवाल को प्रथम वरियता के 22 मत व दूसरे वरियता के  मत मिले। वहीं बसपा के उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर को प्रथम वरियता के 33 मत मिले। प्रथम व दूसरे मतों के योग से भाजपा का प्रत्याशी अनिल अग्रवाल विजयी हुए। भाजपा उम्मीदवार को  मत मिले व बसपा के प्रत्याशी को मत मिले।

वहीं सपा की प्रत्याशी जया बचन को जीत  के लिए जरूरी 37 मतों से एक मत अधिक पड़ने से विपक्ष के प्रत्याशी को एक मत का नुकसान माना गया।
उप्र के 403 में से 400 विधायकों ने वोट डाल दिए थे। इसके अलावा एक विधायक का निधन हो गया है जबकि दो जेल में हैं।

नौवीं सीट समाजवादी पार्टी के खाते में जाना तय है, क्योंकि उसके 47 विधायक हैं। यानी सपा के पास भी 10 वोट अतिरिक्त हैं। अब बात मायावती की। बसपा के 19 विधायक हैं। उसे अपने एक मात्र सदस्य को राज्यसभा में भेजने के लिए 18 और विधायकों का समर्थन चाहिए। इनमें सपा के 10 और कांग्रेस के 7 विधायक मिला दिए जाएं तो कुल वोट 36 हो जाते हैं। मायावती को उम्मीद है कि आरएलडी का एक मात्र वोट उसे मिलेगा और भीमराव आम्बेडकर राज्यसभा जा पाएंगे।
मतगणना में उप्र में बसपा व भाजपा के एक एक मत को अवैध घोषित कर उन्हें रद्द कर दिया । सपा व बसपा ने मतदान के बाद  चुनाव आयोग में भाजपा से अपनी आपत्ति दर्ज करायी थी। चुनाव आयोग ने जांच तक मतगणना को रोक दिया था। चुनाव आयोग ने सपा व बसपा की आपत्ति को रद्द कर मतगणना शुरू करा दिया।

उप्र की दसवीं सीट पर निर्दलीय विधायक मिश्रा ने भाजपा को अपना मत दिया। वहीं बसपा के विधायक मुख्तार अंसारी जेल में बंद होने के कारण मत नहीं दे सके।  जबकि की जेल बंद सपा विधायक हरिओम यादव की वोट डालने की अनुमति सम्बन्धी याचिका को अपर सत्र न्यायालय ने भी खारिज कर दिया  था। उन्नाव से बसपा के विधायक  अनिल सिंह ने भाजपा को मत दिया। सपा के नितिन अग्रवाल ने भाजपा को मत दिया। नरेश अग्रवाल के बेटे विजय अग्रवाल ने भी भाजपा को वोट दिया है। स्वतंत्र प्रत्याशी राजा भैया व उनके समर्थक विधायक के मतों पर दिन भर कायश लगाये जाते रहे। जिस प्रकार से राजा भैया ने मतदान के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भैंट की और उनका मतदान के बाद सपा का साथ पर बसपा को समर्थन नहीं की बात कहने के कई अर्थ लगाये जाते रहे। भाजपा की सहयोगी पार्टी में टूट की खबर । राजभर की पार्टी  के त्रिवेणी राम ने बसपा को मतदान किया।
झारखण्ड में एक सीट पर भाजपा के समीर उरांव व एक सीट पर कांग्रेस के धीरज शाहु विजयी रहे। वहीं पश्चिम बंगाल से राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघिवी विजयी रहे।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरोज पांडे विजयी हुई। कर्नाटक के चार सीट  व तेलंगाना की तीन राज्यसभा सीटों के नतीजे आये। कर्नाटक में भाजपा के राजीव चंद्रशेखर विजयी हुए। कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत हासिल की। केरल से शरद यादव गुट के जनता दल (यू) की राज्य इकाई के अध्यक्ष एमपी वीरेंद्र कुमार चुने गए।
पश्चिम बंगाल में  ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के  नदीमुल हक, शांतनु सेन, शुभाशीष चक्रवर्ती और आबीर रंजन विश्वास चारों उम्मीदवार जीत गये। . वहीं 47 मत अर्जित कर कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी विजयी हुए। माकपा के रॉबिन देब की हार हुई।

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