गैरसैंण राजधानी घोषित करने, विधानसभा भवन में मूर्ति लगाने, आनन फानन में अंतिम संस्कार करने की जांच, मुजफ्फरनगर काण्ड के दोषियों को दण्डित करने के लिए आयोग का गठन करने की मांग
नई दिल्ली(प्याउ)। 22 फरवरी को उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के दिवंगत शीर्ष नेता मथुरा प्रसाद बमराड़ा को दिल्ली के उत्तराखण्डियों ने राज्य गठन आंदोलनकारी, समाजसेवियों, साहित्यकारों व राजनेताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 18 फरवरी की मध्य रात्रि में देहरादून के दून चिकित्सालय में 80 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले दिवंगत बाबा बमराड़ा को दिल्ली के गढवाल भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सर्वसम्मति से पारित प्रस्तावों में अविलम्ब उत्तराखण्ड की राजधानी गैरसैंण को घोषित करने, गैरसैंण विधानसभा भवन में बाबा मोहन उत्तराखण्डी व बाबा मथुरा प्रसाद बमराडा की मूर्ति लगायी जाय तथा बाबा मथुरा प्रसाद बमराड़ा की मौत के बाद आनन फानन में बिना राजकीय सम्मान दिये अंतिम संस्कार करने की उच्च स्तरीय करनी जाय। श्रद्धांजलि सभा में एक स्वर में मुजफ्फरनगर काण्ड-94 के गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए एक आयोग गठन करने की मांग की। इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने सहारनपुर सहित किसी भी क्षेत्र को उत्तराखण्ड में मिलाने को सिरे से नक्कारते हुए इसको उत्तराखण्ड विरोधी कृत्य बताया।
22 फरवरी को दिल्ली के गढवाल भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा का संचालन, उत्तराखण्ड आंदोलनकारी कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने किया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ आंदोलनकारी देवसिंह रावत ने की। श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण रावत, पूर्व दर्जाधारी इंजीनियर गणेश चंद्रा, उत्तराखण्ड महासभा के अध्यक्ष हरिपाल रावत व अनिल पंत, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश नौटियाल,भाजपा के मोहन जोशी व गाजियाबाद भाजपा उत्तराखण्ड प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चंदन सिंह गुसांई, आम नेता बचन सिंह धनोला व पंकज पैनूली, रालोद के दिल्ली प्रदेश महासचिव मनमोहन शाह, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के गोपाल रावत, एस पी गौड़ व इ्र्रश्वर रावत, कुलदीप नेेगी, नंदन रावत, हुकम सिंह कण्डारी, पूर्व दर्जाधारी चंद्र शर्मा, गढवाल हितैषिणी सभा के कोषाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह सजवान, हरे राम, वीरेन्द्र सिंह, नवीन नागर, विनोद कुमार, मोहन सिंह रावत, डा सुभाष चैहान, कमल किशोर नौटियाल, विनोद तिवारी, गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष गंभीर सिंह नेगी, कवि पृथ्वी सिंह केदारखण्डी, विश्व हिन्दू परिषद के दिल्ली प्रदेश के प्रवक्ता महेन्द्र रावत, रमेश कुरियाल आदि सम्मलित हुए।