सतपुली (प्याउ)। 13 नवम्बर को प्रख्यात आध्यात्मिक गुरू एवं समाजसेवी श्री भोले जी महाराज और माताश्री मंगला जी के सानिध्य में मुख्यमंत्री समेत भाजपा व कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में आधुनिक सुविधाओं से युक्त द हंस फाउण्डेशन जनरल अस्पताल को जनता को समर्पित किया गया। क्षेत्र के हजारों लोगों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच फीता काटकर अस्पताल का विधिवत ढंग से लोकार्पण किया।
बतौर मुख्य अतिथि त्रिवेन्द्रसिंह रावत ने भोले जी महाराज, माताश्री मंगलाजी तथा श्वेता रावत के जनकल्याण से जुड़े कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि वे देश के गरीब तबके के लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इस कड़ी में द हंस फाउण्डेशन जनरल अस्पताल सतपुली का नाम भी जुड़ गया है। द हंस फाउण्डेशन द्वारा लगभग 250 करोड़ रूपये की लागत से बनाया गया यह अस्पताल उत्तराखण्ड के लोगों के लिए संजीवनी साबित होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा चिकित्सा उपकरणों के अभाव में अभी लोगों को इलाज के लिए दिल्ली तथा देहरादून जाना पड़ता था जिससे अर्थिक नुकसान के साथ-साथ समय की बर्बादी भी होती थी। अब हंस अस्पताल का निर्माण होने से गरीब तथा जरूरतमंद लोगों को बेहतर उपचार मिल सकेगा।
मुख्यमंत्राी श्री रावत ने कहा कि इस प्रकार का संस्थान स्थापित होने से क्षेत्रा के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे जिससे जिले में पलायन की समस्या पर भी कुछ हद तक अंकुश लगाया जा सकेगा। उन्होंने द हंस फाउण्डेशन के सह-संस्थापक मनोज भार्गव की सराहना करते हुए कहा कि अगर हर प्रवासी उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में योगदान दे तो प्रदेश की तस्वीर ही बदल जायेगी। श्री त्रिवेन्द्रसिंह रावत ने अपने गृह क्षेत्रा में अस्पताल खोलने के लिए भोले जी महाराज, माताश्री मंगलाजी एवं श्रीमती श्वेता रावत का आभार जताया।
इस मौके पर द हंस फाउण्डेशन की प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी ने कहा कि श्री भोले जी महाराज के पिता एवं आध्यात्मिक गुरू योगीराज श्री हंस जी महाराज एवं माता श्री राजेश्वरी देवी के पैतृक गांव गांड़ की सेड़िया तथा मेलगांव पोखड़ा ब्लाक में स्थित हैं जो सतपुली क्षेत्र में पड़ते हैं। श्री हंस जी महाराज चाहते थे कि इस क्षेत्रा में आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक बड़े अस्पताल का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि श्री हंस जी महाराज की स्मृति में 250 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित द हंस पफाउण्डेशन जनरल अस्पताल आज जनता को समर्पित किया जा रहा है। यह अस्पताल श्री हंस जी महाराज के सपने को साकार करेगा तथा क्षेत्र की जनता के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस अस्पताल के बनने से पहाड़ी क्षेत्र में रह रहे लाखों लोगों को अब उच्च स्तरीय चिकित्सा के लिए मैदानों का रूख नहीं करना पड़ेगा।
माताश्री मंगला जी ने कहा कि अस्पताल निर्माण के शुरूआती दौर में कुछ लोगों ने जनता को बरगलाया गया तथा निर्माण में बाध डालने का प्रयास किया लेकिन सभी के सहयोग से आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल क्षेत्र की जनता को समर्पित है। यह अस्पताल आप सब लोगों की सम्पत्ति है, इसे सजाना, संवारना तथा इसकी रक्षा करना आप सबका नैतिक दायित्व है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल उन सैकड़ों सौगातों में से एक है जो श्री भोले जी महाराज और माता मंगला जी ने उत्तराखण्ड के कमजोर वर्ग के लोगों के लिए दी है। उन्होंने कहा कि यह भोले जी महाराज तथा माताश्री मंगला जी की दया तथा आध्यात्मिक शक्ति का ही चमत्कार है कि आज पक्ष-विपक्ष के सभी नेता एक मंच पर उपस्थित हैं। उन्होंने द हंस फाउण्डेशन के सह-संस्थापक श्री मनोज भार्गव से उत्तराखण्ड राज्य के साथ अपनी पार्टनरशिप का दायरा बढ़ाने का भी अनुरोध किया। मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का द हंस पफाउण्डेशन के पदाध्किारियों ने पुष्प गुच्छ देकर तथा शाल ओढ़ाकर स्वागत किया।
इस मौके पर भोले जी महाराज, आर.एस.एस. के सह कार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल,टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतमसिंह, कैबिनेट मंत्राी डा. हरकंिसंह रावत, अरविन्द पाण्डेय, राज्यमंत्री डा.धनसिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्य, विधायक रितु खण्डूरी, गणेश जोशी, सुरेन्द्रसिंह नेगी, संघ के क्षंेत्रीय प्रचारकश्री आलोक जी, पूर्व सांसद टी.पी.एस. रावत, बलराज पासी, पंडित मुन्नालाल नौटियाल, दिगमोहन नेगी, द हंस फाउण्डेशन के ट्रस्टी नीरज शर्मा, कोआर्डिनेटर सत्यपाल सिंह नेगी, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक बिग्रेडियर डा. एच.एस. मिन्हास, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर.एस. रावत, हंस कल्चरल सेंटर के प्रदेश प्रभारी पदमेंद्रसिंह बिष्ट, सचिव सी.एस. भण्डारी तथा पत्रकार बी.के. त्यागी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।