उत्तराखंड

उत्तराखण्ड दौरे में त्रिवेन्द्र सरकार को अभयदान देंगे अमित शाह

भाजपाई झण्डों व अमित शाह की स्वागत पट्टों से सजा है देहरादून,

अमित शाह के 2 दिवसीय देहरादून दौरे से सजा देहरादून पर जनता ही नहीं दिग्गज भाजपाई नेताओं में आश नहीं
प्रदेश की जनांकांक्षाओ को केन्द्रीय नेतृत्व के समक्ष रखने का साहस नहीं प्रदेश भाजपाई नेताओं में
कार्यकत्र्ताओं व नेताओं को मतभेद भुला कर भाजपा को मजबूत करने के संदेश भी देंगे

देहरादून(प्याउ)। उत्तराखण्ड में भाजपा की त्रिवेन्द्र सरकार के कार्यकाल को छह माह पूरे होने पर सरकार व संगठन के कार्यों की समीक्षा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सर्वशक्तिमान अध्यक्ष अमित शाह  दिल्ली स्थित अपने आवास से देहरादून पंहुचने पर भाजपाई नेताओं में देहरादून हवाई अड्डे पर अभूतपूर्व स्वागत किया।   19 सितम्बर को प्रातः दस बजे  उत्तराखण्डी बाद्ययंत्रों की गूंज, परंपरागत उत्तराखण्डी परिधान पहने कलाकारों के नृत्यों व पुष्प वर्षा से भाजपा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का खुले दिल से स्वागत किया।पूरा देहरादून भाजपाई झण्डों व अमित शाह के स्वागत पट्टों से सजा हुआ है। प्रदेश के मण्डल स्तर के पदाधिकारी से लेकर प्रदेश संगठन, प्रदेश सरकार, पूर्व अध्यक्ष, सांसद सहित भाजपा के तमाम नेता ही नहीं पूरा सरकारी तंत्र भी देहरादून में अमित शाह के स्वागत के लिए पलकें बिछाये हुए है।
परन्तु प्रदेश की आम जनता को ही नहीं उत्तराखण्ड के दिग्गज नेताओं को अमित शाह के इस दौरे से कोई आश नहीं है। प्रदेश व भाजपा की राजनीति के विशेषज्ञ भी जानते हैं भले ही प्रदेश भाजपा व सरकार के लिए यह दौरा मजबूती देने वाला साबित होगा परन्तु प्रदेश के हितों व जनांकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में यह दौरे से किसी को कोई आश नहीं है। क्योंकि न तो भाजपा के किसी नेता में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से प्रदेश सरकार को राज्य गठन की जनांकांक्षाओं की राजधानी गैरसैंण बनाने, मुजफ्फरनगर काण्ड-94 के गुनाहगारों को सजा देने के लिए विशेष आयोग बनाने, प्रदेश में हिमालयी राज्यों की तरह भू कानून बनाने, भ्रष्टाचारी नेताओं व नौकरशाही पर अंकुश लगाने, प्रदेश में भू, जल, शराब, जंगल व दलाल माफिया से मुक्त करने की प्रदेश की जन भावनाओं को प्रकट करने का साहस तक नहीं है। प्रदेश के पदलोलुपु व बंधुआ मजदूरों की तरह कार्य करने वाले प्रदेश भाजपा के नेताओं ने कभी इन बातों से राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत तक नहीं कराया जिसके कारण प्रदेश की जनता कांग्रेस की तरह भाजपा के शासन से भी निराश हैं। खुद को छला सा महसूस करती है। इसके कारण भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश की जनांकांक्षाओं से अनविज्ञ रहता है। इसका नुकसान न केवल भाजपा को होता है अपितु प्रदेश को भी विगत 17 सालों से भारी नुकसान उठाना पड रहा है।
हाॅ इस दौरे से प्रदेश सरकार के नेतृत्व में किसी प्रकार के परिवर्तन की आश लगाने वालों को मुंह की खानी निश्चित है। इस दौरे से प्रदेश में सरकार की छह माह के कार्यकाल से निराश प्रदेश भाजपाई कार्यकत्र्ताओं में भले ही थोड़ा उत्साह भरने में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सफल हों परन्तु वेसा उत्साह जो प्रदेश में भाजपा को सत्तासीन होते समय प्रदेश के कार्यकत्र्ताओं के दिलों में था वह अब शायद ही देखने को मिले। हकीकत यह है कि प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं में बंटे प्रदेश के कार्यकत्र्ताओं में अपने नेता के मुख्यमंत्री न बनने से वे पहले से निराश है। उनके उत्साह में ंवर्तमान भाजपा सरकार अपने कार्यो से कोई जोश नहीं भर पायी।
प्रदेश में भाजपा की राजनीति की हकीकत यह है कि प्रदेश भाजपा पूरी तरह से मोदी के आभामण्डल के सहारे जीवित है। वहीं विरोधी दल कांग्रेस प्रदेश में अपने आला नेतृत्व के कारण नहीं अपितु प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के कारण जीवंत है। भाजपा का सौभाग्य है कि उसके पास मोदी व अमित शाह जैसे जीवंत नेतृत्व है वहीं कांग्रेस में ऐसे मजबूत व जनता की नब्ज पर हाथ रखने वाला जीवंत नेता नहीं है।

19 व 20 सितम्बर को 2 दिनों की उत्तराखण्ड दौरे के  36घंटे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 21 बैठकों में व्यस्त रहेंगे। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, मंत्रियों से मंडल स्तर तक सीधे संवाद करेंगे।  प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बैठकों को अंतिम रूप देने में  प्रदेश प्रभारी व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने देहरादून में कई दिनों से डेरा डाले हुए है। राष्ट्रीय सह महामंत्री शिव प्रकाश ,राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन, मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और प्रकल्प व विभागों के संयोजक अर¨वद मेनन भी साथ रहेंगे। शाह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को नई दिशा भी देकर जाएंगे।
शाह का एअर पोर्ट, डोईवाला, रिस्पना पुल, आराघर, सर्वे चैक और दिलाराम बाजार में जोरदार स्वागत किया जाएगा। दोनों दिनों के प्रत्येक कार्यक्रम के लिए पार्टी ने अलग से प्रभारी बनाएं हैं। शाह 20 सितंबर की रात नंदादेवी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
19 सितंबर -9.30 बजे सुबह शाह जौलीग्रांट एअर पोर्ट पहुंचेंगे। वहां पर भाजपाई अभूतपूर्व स्वागत करेंगे। 11 बजे से होटल मधुबन में प्रदेश पदाधिकारियों, कोर ग्रुप, सांसदों, विधायकों, जिलाध्यक्षों, महामंत्रियों, निकाय अध्यक्ष व सहकारी बैंक अध्यक्ष के साथ बैठक होगी। 1.00 बजे दोपहर प्रतिष्ठित नागरिकों के साथ भोजन करेंगे। 2.30 बजे से विस्तारक, पालकों , 4.00 बजे प्रांतीय, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों, कोर ग्रुप, पूर्व प्रदेश अध्यक्षों व राष्ट्रीय राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ, 5.00 बजे शाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों, प्रकोष्ठ संयोजकों, सह संयोजकों के साथ बैठक करेंगे। सांय 6.00 बजे एएमएन घोष ऑडिटोरियम प्रबुद्ध प्रकोष्ठ का सम्मेलन को संबोधित करेंगे। रात के 9.00 बजे रात सांसदों व विधायको के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष बैठक करेंगे।
20 सितंबर को अमित शाह 10.30 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय में ई पुस्तकालय का उदघाटन करेंगे। 11.00 बजे प्रदेश विभाग व प्रकल्प टीम के साथ बैठक करेंगे। 1.00 जे एक कार्यकर्ता के निवास पर भोजन करेंगे। 2.30 बजे होटल मधुबन में अमित शाह पत्रकार वार्ता करेंगे।  3.00 बजे सर्वे ऑफ इंडिया हाथीबड़कला के स्टेडियम में जिला, मोर्चा पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष व महामंत्री, प्रकोष्ठ जिला संयोजकों का सम्मेलन को संबोधित करेंगे।  सांय 5.00 बजे बीजापुर अतिथि गृह में कोर ग्रुप, चुनाव प्रबंधन, सांसद, व सोशल मीडिया टीम के साथ बैठक करेंगे। 6.30 बजे आजीवन सहयोग निधि टीम  व 8.00 बजे रात मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रात के  9.00 बजे से 11 बजे तक कोर ग्रुप के साथ बैठक करेंगे।

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