हिंसक डेरा समर्थकों को काबू करने के लिए सेना तैनात, कई जिलों-शहरों में कर्फ्यू, 31 मरे,
रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम, तनाव को देखते हुए 661 रेल गाडियां की गयी रद्द
हरियाणा में डेरे के कुरूक्षेत्र अम्बाला, यमुनानगर सहित 36 आश्रम खाली कराये जा चूके है।
- डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद उनके हिंसक समर्थकों द्वारा मचाई हिंसा में 31 लोग मारे गये। 29 लोग पंचकूला व 2 सिरसा में मारे गये। 5 राज्यों में फैली इस हिंसा को काबू करने के लिए सेना को तैनात कर दिया गया।डेरा मुख्यालय को सेना ने चारों तरफ से घेर कर खाली करा रही हैं। हरियाणा में डेरे के कुरूक्षेत्र अम्बाला, यमुनानगर सहित 36 आश्रम खाली कराये जा चूके है। उनका जब्त किया जा चूका है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना की दस बटालियनें तैनात की गयी। पंचकूला में 6, सिरसा में 2, पंजाब के मनसा व मुक्तेेसर में एक एक बटालियनें तैनात की गयी। अब तक सुरक्षा की दृष्टि से हरियाणा व पंजाब से जाने वाली 661 रेलों को रद्द कर दिया गया है। डेरा के मुख्यालय सिरसा में शांति बनाये रखने के लिए सेना ने मार्च किया। सेना ने सिरसा में 25 अगस्त की रात को ही मौर्चा संभाल लिया था। 26 अगस्त को प्रातः सेना ने शांति बहाल करने के लिए मार्च निकाला। 26 अगस्त को पंचकूला व सिरसा सहित सभी प्रभावित स्थानों पर शांति बनी हुई है। डेरा प्रकरण में हुई हिंसा को देखते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री ने भी स्थिति पर निरंतर नजर रखे हुए है।
डेरा प्रमुख को दोषी ठहराने व गिरफ्तारं किये जाने से भड़के डेरा समर्थकों ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उप्र और दिल्ली में हिंसा और आगजनी । हरियाणा में हिंसा के दौरान 36 लोगों की मौत और 250 से ज्यादा घायल हुए हैं। पंचकूला में हुई हिंसा में मारे गये। पुलिस ने हजारों हिंसक डेरा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। इस हिंसा की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री ने हरियाणा, पंजाब, उप्र, राजस्थान व दिल्ली में हिंसक तत्वों पर तत्काल अंकुष लगाने के लिए केन्द्र पूरी सहायता देगा। प्रदेश सरकारों को निर्देश दिया की हिंसक तत्वों पर तत्काल रोक लगायी जाय। वहीं उच्च न्यायालय ने डेकरा समर्थकों की हिंसक गतिविधियों से हुई जान माल की हानि की क्षतिपूर्ति के लिए राम रहीम व समर्थकों की सम्पति को जब्त कर भुगतान किया जाय। हिमाचल प्रदेश में भी राम रहीम के समर्थकों ने मचाया उत्पात। उत्तराखण्ड ने पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ इत्यादि के लिए चलने वाली अपनी 100 बसों को सामान्य स्थिति होने तक बंद कर दिया। वहीं हरिद्वार व ऊधम सिंह नगर में प्रषासन ने सजग है।
सबसे अधिक हिंसक गतिविधियां पंचकूला में समर्थकों द्वारा किया गया। यहीं 29 लोग मारे गये। 2 लोग सिरसा में मारे गये। खबरिया चैनलों की ओबी गाडियां सहित पंहचकूला में सैकड़ों गाड़ियां फूंक दीं, यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है। बाद में पुलिस ने पंचकूला से सभी समर्थकों को खदेडा दिया गया। हरियाणा के पंचकूला, सिरसा, व कैथल सहित कई जनपदों में कफर््यू लगा दिया गया।मलोट और बल्लूआना रेलवे स्टेशन के अलावा कई जगह पेट्रोल पंप और सरकारी दफ्तरों में भी आग लगा दी गई। पंजाब के पटियाला,संगरूर, फिरोजपुर, भट्ण्डिा और मोगा, बागा पुराना शहर में भी कर्फ्यू लगा दिया गया। राजस्थान के गंगानगर में तोडफोड़, और एक जीप को आग लगा दी गयी । उप्र में गाजियाबाद, बागपत, नोएडा, शामली, हापुड, सहारनपुर, बुलंदशहर आदि में धारा 144 लगायी गयी। गाजियाबाद में विद्यालयों को 26 अगस्त को छूट्टी कर दी गयी। दिल्ली में आनंद बिहार, लोनी, मंगोलपुरी, ख्याला, नंदनगरी सहित 7 जगहों पर हिंसक समर्थकों ने उत्पात मचाया। दिल्ली में बस व आनंद बिहार में एक रेल को निशाना सहित अनैक घटनायें हुई। दिल्ली में मेट्रों को सजग कर दिया गया। दिल्ली के 11 जिलों में धारा 144 लगा दी गई। यह पूरा प्रकरण 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व न्यायालय को भेजी एक गुमनामी फरियादी चिट्ठी के बाद न्यायालय ने सीबीआई को मामला सौंपा।
सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या डेरा मुख्यालय पर भी पुलिस प्रशासन अराजकतत्वों की धरपकड़ करने जायेगी। वहां कम से कम एक लाख लोगों को रहने का इंतजाम होता है। फैसला देने वाले सीबीआई के जज जयदीप सिंह की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। वहीं पंचकूला में निषेधाज्ञां सही ढंग से लागू न कर सकने के लिए पंचकूला के डीसीपी को बर्खास्त कर दिया गया। चण्डीगढ़ में 26 कार्यालय बंद रहेंगे।
डेरा प्रमुख राम रहीम को अदालत द्वारा दोषी ठहराने के बाद उनको हेलीकप्टर द्वारा चिकित्सा जांच किये जाने के बाद रोहतक की सुनारिया कारागार में रखा गया। वहां जेल में एक सेवादार भी दिया। रात को केवल राम रहीम में दूध व पानी पिया। जहां 28 अगस्त को वीडियों काॅंन्फ्रंसिंह द्वारा सजा सुनायी जायेगी। डेरा प्रकरण में सरकार तीन जेलों का प्रबंध किया है। जेल में राम रहीम अपने ही कपड़े पहने देखा गया। जबकि केदियों को जेल के कपडे पहनने होते है। खबर है वह कमरा वातानुकुलित है।डेरा प्रमुख के सुरक्षा गार्डो को भी गिरफ्तार किया गया। उनसे हथियार व ज्वलनशील तेल भी जब्त किया गया।
5 अगस्त, 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के गुरुसर मोदिया में एक साधारण जट सिख परिवार में जन्में गुरमीत राम रहीम सिंह अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। इनका जन्म 1 गुरमीत राम रहीम के पिता का नाम मघर सिंह और मां का नाम नसीब कौर है। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है।एक बेटी को राम रहीम ने गोद लिया है। सन् 1990 में उन्होंने एक सत्संग के दौरान संन्यास लिया। इन्हें महज सात साल की उम्र में ही 31 मार्च, 1974 को तत्कालीन डेरा प्रमुख शाह सतनाम सिंह ने नाम दिया था।
सबसे बडा सवाल यह है कि पंचकूला में धारा 144 लगाये जाने के बाबजूद प्रशासन ने यहां पर लाखों डेरा समर्थकों को कैसे आने दिया। क्यों बाबा को न्यायालय में उपस्थित होने के लिए अपनी धमक दिखाने की इजाजत दी गयी। उच्च न्यायालय ने इस हिंसा पर गहरा आक्रोश जारी करते हुए बाबा राम रहीम की सम्पति से हुए नुकसान की भरपायी का फरमान जारी किया।
हरियाणा में खट्टर सरकार जाट आरक्षण आंदोलन की तरह डेरा प्रकरण में भी बिलकुल असहाय नजर आयी। स्थिति को भांप कर व न्यायालय की फटकार सुनने के बाबजूद वह हिंसक तत्वों पर अंकुश नहीं लगा पायी।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को पूरे देश की नजर पंचकूला में स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में ढाई बजे आने वाले डेरा प्रमुख पर आने वाले फैसले पर लगी थी। फेसला सवा तीन बजे के बाद आया। अदालत ने बाबा को दोषी करार दिया । इसके बाद पुलिस ने डेरा प्रमुख को हिरासत में ले लिया।। पूरे देश की नजर पंचकूला में स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में ढाई बजे आने वाले डेरा प्रमुख पर आने वाले फैसले पर सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर डेरा की पूर्व अनुयायी ने योन शोषण का आरोप लगाया जो 2007 से न्यायालय में चल रहा है।