गवाहों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस मामले को उत्तराखण्ड के हल्द्वानी में स्थानंतरित करने की मांग
गुरूग्राम(प्याउ)। 5 जुलाई को हरियाणा के गुरूग्राम में होटल मनेजमेंट के 20 वर्षीय छात्र रमेश बिष्ट की निर्मम हत्या के मुख्य आरोपी होस्टल के मालिक व उसके परिजनों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार न किये जाने पर लोगों में गहरा आक्रोश है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सामाजिक संगठनों ने कल 15 जुलाई को गुरूग्राम के डीएलएफ फेज-3 की पुलिस चैकी में पंहुच कर हत्या आरोपी को तुरंत गिरफ्तार न करने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने की चेतावनी वाला ज्ञापन भी दिया। वहीं दूसरी तरफ मुख्य आरोपी के पूरे क्षेत्र में आंतक होने के कारण मारे गये रमेश बिष्ट के साथ होस्टल में साथ रहने वाले एक दर्जन से अधिक छात्र गुरूग्राम छोड़ कर चले गये है। सभी दहशत के मारे सामने तक नहीं आ रहे है। मृतक छात्र के परिजनों व गवाहों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस मामले को उत्तराखण्ड के हल्द्वानी में स्थानंतरित करने की मांग भी की।
हालांकि इस अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की उत्तराखण्ड समाज के हक हकूकों के लिए पूरे समाज को साथ लेकर कुछ सालों आंदोलन करने वाली ‘उत्तराखण्ड एकता मंच ’ का प्रतिनिधी मण्डल अनिल पंत, सुरेन्द्र हालसी,देवसिंह रावत व प्रदीप नौडियाल के साथ इस मुद्दे को घटना की खबर मिलने के बाद निरंतर प्रशासन पर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने का दवाब डालने वाली गुरूग्राम क्षेत्र की सक्रिय सामाजिक संस्था ‘कुमाऊँ भ्रात संगठन के अध्यक्ष केशव दत्त लखेड़ा व महासचिव देवेंद्र नेगी को इस प्रकरण की जांच करने वाले अधिकार एस आई मनोज कुमार व एस आई कश्मीर सिंह ने पूरी घटना की जानकारी देने के साथ मारे गये छात्र रमेश बिष्ट के साथियों के बयान के साथ प्रथम सूचना रिपोर्ट(एफआईआर ) को दिखाई।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए समाजसेवी सुरेन्द्र हालसी अनिल पंत व प्रदीप नौडियाल ने बताया कि पुलिस में दर्ज मृतक रमेश बिष्ट के साथियों ने जो बयान दिये उसके अनुसार 5 जुलाई की मध्य रात्रि को उत्तराखंड हल्द्धानी (लालकुवाँ) के छात्र रमेश बिष्ट को होस्टल(पीजी) मालिक से बिजली व पानी आदि सुविधाओं की मांग करने से आक्रोशित होस्टल के मालिक ने अपने बेटे सहित कुछ लोगों के साथ मिलकर उसे व उसके साथियों को पहले तो बुरी तरह पिटा उसके बाद रमेश को 5वी मंजिल से नीचे फैंक दिया। रमेश की मौके पर ही मौत हो गयी थी। हरियाणा पूलिस अभी तक सिर्फ तीन आरोपियों को ही पकड़ पायी है। हत्या का, मुख्य आरोपी सपरिवार वहां से फरार है। हालांकि पुलिस खुद कह रही है कि वह आसपास के गांवों में ही होने की संभावनायें है परन्तु अभी तक पुलिस मुख्य आरोपी को पकड़ नहीं पायी। लोगों को आषंका है कि मुख्य हत्यारोपी के प्रभाव में आ कर घटना के दस दिन बाद भी मुख्य आरोपी पकड़ा नहीं जा रहा है।
दिल्ली से उत्तराखण्ड एकता मंच के प्रतिनिधी मण्डल के गुरूग्राम में आने की खबर सुनते ही इस मामले को मजबूती से उठाने वाले कुमायूं भ्रातृ संगठन के अध्यक्ष केशव दत्त लखेड़ा व महासचिव देवेंद्र नेगी के साथ मान सिंह कोश्यारी, ईश्वर दत्त, भुवन चंद गौड़, मथुरादत्त जोशी, नेगी जी व होशियार सिंह, पटवाल जी भी एकता मंच के प्रतिनिधी मण्डल से मिले। सभी ने एक स्वर में हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने व दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सभी को साथ देने का आवाहन किया।
इस अवसर पर इस प्रकरण पर जनता को एकजूट करने में लगे अनिल पंत व सुरेन्द्र हालसी ने मृतक रमेश बिष्ट के परिजनों से बात कर यहां की स्थिति की जानकारी दी और वहां पता चला कि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी व हरीश रावत, मृतक रमेश बिष् के परिजनों को सांत्वना देने के लिए हल्द्वानी(लालकुवां) में उनके घर गये।
इस जघन्य काण्ड की खबर सुन कर ं लालकुंवा व बिन्दूखत्ता के सेकड़ों लोगों ने 9 जुलाई लालकुंवा में प्रदर्शन कर दोषियों को कडी सजा देने की मांग को लेकर नैनीताल जिलाधिकारी का ज्ञापन दिया।