पहली जुलाई को देश भर के चार्टर्ड एकाउंटेंटों को अपनी राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन करने का आवाहन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्ली(प्याउ)। जिस प्रकार आजादी के आंदोलन में वकीलों ने ऐतिहासिक भूमिका निभायी थी, उसी प्रकार आर्थिक क्रांति के इस दौर में चार्टड एकाउंटेडों को भी ऐतिहासिक भूमिका निभानी है। देश भर के चार्टर्ड एकाउंटेंटों से यह खुला आवाहन एक देश एक कर का सूत्रपात करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 जुलाई को दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के स्थापना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। चार्टड एकाउंटेडों को आर्थिक जगत के ऋषि बताते हुए प्रधानमंत्री ने विडियो कांफेंस के द्वारा राज्यों व महानगरों में मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों आदि की उपस्थिति में लाखों चार्टर्ड एकाउंटेंटों को संबोधित किया।
इस कार्यक्रम में पहुंचकर पीएम मोदी ने सीए के नए पाठ्यक्रम को जारी किया। प्रधानमंत्री ने जहां अखिल भारतीय चार्टड एकाउंटेट संस्थान को स्थापना दिवस की बधाई दी। इस कार्यक्रम में मोदी को संबोधित करते देख कर उत्साहित हो कर चार्टड एकाउंटेंट भी मोदी मोदी! मोदी! के नारे भी लगाने लगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में चार्टर्ड एकाउंटेंटों से अपने ग्राहकों को सही कर भराने के लिए प्रेरित करने का आवाहन करते हुए कहा कि हमारे शास्त्रों के अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंड अर्थजगत के ऋषि-मुनि हैं, जो इस क्षेत्र में मार्ग दिखाते हैं।
देश में 2 लाख 72 हजार से ज्यादा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स हैं। अगर सभी सीए और उनके कर्मचारी मिल जाएं, तो ये संख्या 8 लाख से ज्यादा की होगी। ये 8 लाख लोग देश का भला कर सकते हैं। इसके साथ देश में करीब 2 करोड़ इंजीनियर हैं। हर साल दो करोड़ से अधिक लोग विदेश में सैर सपाटे के लिए जाते है। लाखों कारें सडकों पर दोड़ रही है और लाखों आलीशान भवन होने के बाद हैरान करने वाली बात यह है कि हमारे देश में मात्र 32 लाख लोग ही अपनी आय दस लाख से अधिक दर्शाते हैं।
प्रधानमंत्री ने चार्टड एकाउंटेंडो से सवाल किया कि नोटबंदी के बाद चार्टड एकाउंटेडों को बहुत काम करना पड़ा। यहां तक सीए को अपनी छुट्टियां रद्द करनी पड़ी। तीन लाख से ज्यादा कंपनियां शक के घेरे में हैं। इसके अलावा एक लाख कंपनियों पर एक कलम में ताला लगा दिया। रजिस्टर्ड कंपनियों को एक झटके में खत्म कर दिया। ऐसा बड़ा फैसला कोई देशभक्ति ही ले सकता है। इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और आने वाले दिनों में इनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए मात्र 48 घंटे में ही 1 लाख कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया। सरकार ने एक मिनट में एक लाख से ज्यादा कंपनियों को कलम के एक झटके से खत्म कर दिया। ये ताकत राष्ट्रभक्ति से आती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गरीबों को लूटा है, उन्हें गरीबों के पैसे लौटाने पड़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने चार्टड एकाउंटेंटों को आगाह करते हुए सवाल किया कि इन कम्पनियों को किसी न किसी सीए ने प्रमाणपत्र तो दिया होगा। क्या देश को नुकसान पंहुचाने वालों के खिलाफ सीए संस्थान को खुद कार्यवाही नहीं करनी चाहिए थी। परन्तु दुखद स्थिति यह है सीए संस्थान ने 14 सालों में सिर्फ 25 सीए पर कार्यवाही की गयी। जबकि 1400 मामले वर्षो से लटके हुए है।
चार्टड एकाउंटेंटो से देशहित में देश में कर चोरी कर रहे लोगों को कर भरने के लिए प्रेरित करने का आवाहन करते हुए कहा कि लोगों के कर चोरी करने से देश का विकास रुक जाता है। इन्हीं करों से देश की सीमाओं की रक्षा में नियुक्त सैनिकों के लिए वेतन दिया जाता। इन्हीं करों से देश में गरीब लोगों को चिकित्सा व गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान किया जाता है। इन्हीं करों से विधवा को पैशन, गांवों में सड़क, बिजली सहित विकास होता है। प्रधानमंत्री ने चार्टड एकाउंटेट ईमानदारी से टैक्स भरने की सलाह दें. उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के हस्ताक्षर प्रधानमंत्री मोदी के हस्ताक्षर से भी ज्यादा ताकतवर होते हैं. सीए के हस्ताक्षर पर सरकार भरोसा करती है और कंपनियों को रजिस्टर्ड कर दिया जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने चार्टर्ड एकाउंटेंटों से विश्व में चार बड़ी वैश्विक फर्मों में पीडब्ल्यूसी, डेलॉयट, ईवाई व केपीएमजी जैसी शीर्ष सीए संस्थानों में अपना स्थान बनाने का आवाहन किया। प्रधानमत्री मोदी ने दुख प्रकट किया कि. हममे योग्यता भी है होने के बाबजूद भी .संसार के 4 श्रेष्ठ सीए संस्थानों में भारत की एक भी सीए फर्म नहीं हे। प्रधानमंत्री ने देशभर के चार्टर्ड एकाउंटेंटों से आवाहन किया वर्ष 2022 तक कि हम दुनिया के श्रेष्ठ आठ सीए संस्थानों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर भारत का नाम रोशन करेंगें।
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