अमेरिका ने पाक आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सलाउद्दीन को किया अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित
भारत के प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति से व्हाइट हाउस में होने वाली मुलाकात से चंद घण्टे पहले अमेरिका द्वारा पाक के हिजबुल मुजाहिदीन नामक आतंकी संगठन के प्रमुख सलाउद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया है। इस पर भारतीय राजनेता व समाचार जगत अत्यधिक उत्साहित है। भले ही यह स्वागत योग्य कदम है।
परन्तु भारत को यह समझ लेना चाहिए कि पाक के आतंक से मुक्ति आतंकी पाकिस्तान को भारत द्वारा रोंदने व उससे संबंध तोड़ने से मिलेगी। अमेरिका ने तो आतंकी सईद को भी अंतरराष्ट्रीय आतंकी पहले से घोषित किया हुआ है। उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। अमेरिका पाक के इन आतंकियों को तब तक कोई कार्यवाही नहीं करता जब तक ये आतंकी अमेरिका के हितों पर कुठाराघात न करे। भारत की परवाह जब भारतीय हुक्मरानों को नहीं है तो अमेरिका क्यों भारत के लिए पाक से अपने संबंध बिगाडे। जब पाकिस्तान व चीन भारत को तबाह करने में लगे हैं भारतीय हुक्मरान आतंकी पाक व उसके आका चीन को सबसे मित्र राष्ट्र का दर्जा दे कर देश के हितों से खिलवाड कर रहे है। भारत को सबसे पहले आतंकी पाक से सम्बंध तोड़ कर आतंकियों का निर्ममता से सफाया करना चाहिए। तभी आतंक पर अंकुश लग सकेगा।