बम व गोली के बजाय लंदन ब्रिज पर पैदल चल रहे लोगों पर कार व चाकुओं से किया हमला
लंदन में शनिवार की रात दस बजे (भारतीय समय के अनुसार 4 जून की तडके 3 बजे ) इस्लामी आतंकी हमलों से इंग्लैड दहल गया। खबरों के अनुसार सबसे पहले विख्यात लंदन ब्रिज, में एक तेज गति की सफेद वेन ने पैदल चल रहे यात्रियों को रौद दिया। इसके बाद इस वैन से उतरे तीन आतंकियों ने समीप ही बोरो मार्केट में लोगों पर चाकुओं से हमला कर दिया। इसके साथ बाॅक्सहाॅल में ही इसी प्रकार का आतंकी हमला हुआ। सुरक्षा बलो से हुई मुठभैड में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है और इन आतंकी हमलों में करीब वाॅक्सहाॅल में हुई। इन तीनो घटनाओं में जहां एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है वहीं कम से कम 20 लोगों का विभिन्न छह अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
तीन स्थानों पर हुए आतंकी हमलों में आतंकियों ने बम व गोलियों के बजाय अब कार व चाकु से हमला को अपनी हैवानियत से दहशत में डाल दिया। पश्चिमी देशों में सुरक्षा के कडे इंतजामों को धत्ता देते हुए आतंकियों ने अपने आतंक फैलाने की रणनीति को बदलते हुए बम व बंदुक से हमला करने के बजाय कार व परंपरागत हथियार चाकू से हमला करने से इंग्लैंड सहित पूरे पश्चिमी जगत को हिला कर रख दिया है।
इंग्लैंड पर हुए इराक व सीरिया के एक हिस्से पर काबिज विश्व के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
यह आतंकी घटना उस दिन हुई जब इंग्लैंड में क्रिकेट की विश्वविख्यात चेंम्पियन ट्राफी के महामुकाबले के लिए विश्व में आतंक को संरक्षण देने के लिए कुख्यात पाकिस्तान सहित विश्व की सभी प्रमुख क्रिकेट टीमे लंदन में मुकाबला कर रही है।
इस आतंकी हमलो ंसे पहले ही इंग्लैंड, प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने पहले ही कर दी थी आतंकी हमलों की घोषणा
इंग्लैंड की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने मैनचेस्टर हमले के फौरन बाद ही घोषणा की थी कि लंदन में एक बड़ा आतंकी हमला होगा. इस घोषणा के बाद सुरक्षा इंतजाम और कड़े कर दिए थे। इस्लामी आतंकियों के निशाने पर ब्रिटेन इसलिए भी है कि ब्रिटेन इराक व सीरिया में इस्लामिक आतंकियों के सफाये के लिए अमेरिका के नेतृत्व में निरंतर हमला कर रहा है।
ऐसा नहीं है कि इंग्लैड में यह पहला आतंकी हमला है। इससे पहले भी इंग्लैण्ड में कई आतंकी हमले हुए थे। इसी हमले की तरह 22 मार्च को वेस्टमिंस्टर ब्रिज हमले में इस प्रकार से खालिद मसूद नामक आतंकी ने 5 लोगों को अपनी कार से रौंद फ्रांस सहित यूरोप में बमों के बजाय बाहनों से आतंकी हमला करने के नये खौपनाक तरीके से हमला किया। वहीं 22 मई को मैनचेस्टर में बम ब्लास्ट कर आतंकियों ने 22 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले में 120 घायल हुए थे। इसके बाद अब 3 मई को लंदन ब्रिज पर कार व चाकू से हुए हमले ने इंग्लैंड ही नहीं पूरे विश्व को झकझोर कर रख दिया।
लंदन में हुए आतंकी हमले से भारत सहित आतंकियों के निशाने पर रहने वाले देशों को अब आतंक के इस पहलू पर भी गंभीरता से मनन करना चाहिए।