उत्तराखंड एकता मंच के नेतृत्व में बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने दिया नोएडा सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर धरना
नोएड़ा(प्याउ)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से नौएड़ा से पिछले साल 12 मई को गायब हुई 5 वर्षीय बालिका कशिश को खोजने की गुहार लगाई। 12 मई की तपती दोपहरी में मासूम कशिश रावत को खोजने की मांग करते हुए स्कूली बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने नोएडा सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर धरना दिया।
इस अवसर पर आंदोलन कारियों ने कशिश को खोज निकालो/ उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद/उत्तर प्रदेश प्रशासन होश में आओ/कशिश को खोज निकालो आदि नारों से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय गूंज उठा।
इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री आदित्य योगी को इस आशय का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसे लेने सिटी मजिस्टेट खुद धरना स्थल पर आये।
नोएडा सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में आक्रोश प्रकट किया गया है कि कशिश को गुम हुए एक साल हो गया पर उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन इस गरीब बच्ची को ढूंढने में नाकाम रही है। कशिश को ढूंढने के लिए उत्तराखंड एकता मंच के नेतृत्व में अनेकों धरने प्रदर्शन का आयोजन करने के साथ ज्ञापन दिए भी दिए गए। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश प्रशासन नोएडा के सेक्टर 22 निवासी संजय सिंह रावत की 5 वषीर्या पुत्री कशिश को ढूंढने में पूरी तरह नाकाम रहा। एक साल तक बच्ची की खोज के लिए दर दर भटकने के बाद बच्ची के माॅं बाप शासन से पूरी तरह निराश हैं। इसी कारण वे अब किसी धरने प्रदर्शन में भी सम्मलित नहीं हुए।
12 मई के धरने में कशिश को खोजने की मांग को लेकर उपवास में बैठने वालों में समाज सेवी नंदन सिंह रावत, अनिल पंत, बिलाल हुसैन, आनंद जोशी, हरीश असवाल, पवन रतूड़ी, श्री नेगी आदि प्रमुख थे। धरने में सम्मिलित होने वाले प्रमुख लोगों में डॉक्टर विनोद बछेती,देवसिंह रावत ,शशिमोहन कोटनाला, रामेश्वर गोस्वामी, करण बुटोला, प्रदीप बेनीवाल,लक्ष्मण आर्य, रमेश, प्रताप तलवार, हेम पंत, चंदन सिंह गुसाई, पदमसिंह बिष्ट, सतेंद्र रावत,उमेश रावत, राहुल सती, मीना भंडारी,सुनैना बिष्ट, प्रेमा धोनी, नीरज बगवाडी, अमित गुसांई, दीप सिलौड़ी, खुशहाल सिंह बिष्ट,दलबीर रावत, राकेश कोटनाला, आईएस रजवार, नरेश देवरानी, दीपक जोशी,जगतसिंह बिष्ट, राकेश नेगी, हर्षपति सतपोला, जयेन्द्र सिंह नेगी,गढवाल सभा के महासचिव मंगलसिंह नेगी आदि शामिल थे। इस धरने की विशेषता यह रही कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के अधिकांश प्रमुख जागरूक समाजसेवी व तमाम राजनैतिक दलों से जुडे लोग उपस्थित थे। इसमें इंदिरा चैधरी के नेतृत्व में धर्म पब्लिक स्कूल नौएडा के बच्चों ने प्रमुखता से भाग लिया।