त्रिवेंद्र सिंह रावत बने उत्तराखंड के नए सीएम ,उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद के मूल के स्व. प्रताप सिंह के घर में जन्में त्रिवेन्द्र सिंह रावत वर्तमान में देहरादून के डिफेन्स कालोनी के निवासी है। संघ के अनुशासित स्वयंसेवक त्रिवेन्द्र सिंह संगठन के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। उनकी इसी प्रतिभा को देख कर मोदी की टीम के प्रमुख अमित शाह के साथ वे देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के सहप्रभारी थे। श्रीनगर गढवाल विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर व पत्रकारिता में उपाधी ग्रहण करने वाले त्रिवेन्दर रावत स्पष्टवक्ता होने के साथ साधा जीवन व जनसेवा में विश्वास करते है। अब देखना यह है कि त्रिवेन्द्र रावत इस नयी चुनौती को स्वीकार करके राज्य गठन की जनांकांक्षाओं को केसे स्वीकार करते है। प्रदेश की जनता को विश्वास है कि त्रिवेन्दर 17 सालो में प्रदेष की सत्ता में आसीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह प्रदेश की जनांकांक्षाओं व विकास को रौंदने के बजाय राजधानी गैरसैंण, मुजफ्फरनगर काण्ड के गुनाहगारों को दण्डित कराने, प्रदेष में हिमाचल की तरह भू कानून बना कर भू माफिया व बग्लादेशी घुसपेटियों से रक्षा करेंगे, जातिवाद-क्षेत्रवाद व भ्रष्टाचार में आंकठ मृतप्राय पडे प्रदेश की नौकरशाही को जीवंत करेंने का काम करेंगे। अब तक प्रदेश की राजनीति में दिल्ली दरवारियों के अपने प्यादों को मुख्यमंत्री के रूप में थोपने के मोह में प्रदेश को जातिवाद-क्षेत्रवाद की अंधी खाई में घकेल कर बर्बाद कर रखा था जिसे मोदी व अमित शाह ने त्रिवेन्द्र रावत को मुख्यमंत्री बना कर एक प्रकार से उबार दिया है।