” शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा ”
कश्मीर के गुरेज सेक्टर में 51 राष्ट्रीय राइफल्स का कैंप भी हिमस्खलन का शिकार हो गया। इसमें करौली जिले के निवासी नायब सूबेदार आराम सिंह शहीद हो गए।
आठ जुलाई 1974 को जन्मे नायब सूबेदार आराम सिंह के घर में पत्नी बिमलेश के अलावा तीन बेटियां और दो बेटे हैं।
जम्मू-कश्मीर में बर्फीले तूफान की वजह से हमारे सैनिक पिछले दो दिनों में हिमस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में 20 लोगों की जान गई। इनमें 14 भारतीय सैनिक शामिल हैं। देश की रक्षा के लिए तैनात करौली जिले का सपूत भी शहीद हो गया। इससे पुरे देश में गम का माहौल है
आये दिन जब कभी भी ऐसी घटनाये सुनाई देती है तो सभी सच्चे हिंदुस्तानी के दिल से एक आवाज आती है ”जय हिन्द”
और वीर शहीदों को सलाम करने का मन करता है।