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अगले वर्ष तक उत्तराखंड के 35में से पांच विश्वविद्यालय को देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालय में शामिल कराने की दिशा में उत्तराखंड सरकार कर रही है कार्य

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में ब्रिटिश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ब्रिटिश उच्च एवं इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड के साथ एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किये गये। उच्च विभाग के सचिव शीलेश बगोली ने ब्रिटिश उच्चायुक्त से उप उच्चायुक्त डॉ. कैरोलिन रॉवेट के साथ चिवनिंग स्कॉलरशिप शिक्षा एवं इन्फ, सोसायटी स्प्रिंगबोर्ड के नागारल शिप हेड श्री संतोष अनंतपुरा के साथ एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षरकर्ता।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के साथ ब्रिटिश उच्चयोग एवं इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड के एम.ओ.यू. होने से राज्य उच्च शिक्षा क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया जाएगा। इससे राज्य के उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों को नया अनुभव प्राप्त होगा। इस राज्य को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए निरंतर नई नीतियों का संचालन कर रही है। उच्च शिक्षा की पढ़ाई के बाद युवा खाली न बैठे, इसके लिए कई विद्यार्थियों पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के स्कूल में कौशल विकास का प्रशिक्षण एवं दीक्षांत समारोह भी आयोजित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फार्मेसी में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के लिए भी मुफ्त कोर्स चलाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ छात्रों को भी नवाचार से जोड़ा जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में संस्कार और नवाचार अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सतत रूप से राज्य के मानवीय दस्तावेजों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है और इस दिशा में कई प्रयास किये जा रहे हैं।

उच्च मंत्री शिक्षा डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में 35 विश्वविद्यालय हैं। 5 लाख से अधिक विद्यार्थी राज्य में उच्च शिक्षा ग्रहण कर कर रह सकते हैं। राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य जारी हैं। सरकारी राज्य के विश्वविद्यालयों को शीर्ष रैंकिंग में लाने के लिए कार्य कर रही है। बच्चों के स्टार्ट-अप स्तर को भी बढ़ाया जा रहा है। अगले साल तक राज्य की पांच यूनिवर्सिटी देश की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में शामिल हो गईं, इस दिशा में काम जारी हैं।

उल्लेखनीय है कि चिवनिंग उत्तराखंड स्कॉलरशिप का उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्र के गरीब मेधावी छात्रों को विशेष रूप से छात्रों को वैश्विक अवसर प्रदान करना है जिससे उन्हें नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत एवं चिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए अर्हता धारित करने वाले 05 विद्यार्थियों को स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए ब्रिटेन के किसी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में भेजा जाएगा। इस क्षेत्र के क्षेत्र में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को न केवल वैश्विक मापदण्डों के अनुसार कार्य करने का अनुभव होगा, बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता का भी विकास होगा। इस स्कॉलरशिप के अंगर्तत अध्ययन कथा पुस्तिका छात्र-छात्रों को ब्रिटेन में 01 वर्ष की पढ़ाई के बाद अपने राज्य के विकास के लिए कार्य करना अनिवार्य होगा। इस प्रस्तावित सहयोग एवं सूची के अंतर्गत लघु लागत भार प्रबंधन एवं राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।

स्प्रिंगबोर्ड इंफोस्कोपी अपने मंच मंच पर सी.एस.आर. आई0टी0 आधारित एमयूवी के तहत एमयूवी पर आधारित एमयूवी के तहत आईईटी पर आधारित एमयूवी के तहत आई0टी0 आधारित एमयूवी के तहत आई0टी0 आधारित बिल्ट-इन पुस्तिका तैयार की गई। अनादि का चयन एन.ई.पी. ऐक्सिक कोर्स के तहत भी किया जाएगा काम। इसका प्रयोग शिक्षक अपने संस्थान के लिए कर सकते हैं। छात्र माइक्रोसाइट्स बना सकते हैं और विशेष रूप से लिपि सामग्री प्रदान कर सकते हैं। इसके माध्यम से छात्र लेटेस्ट इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के कोर्स को आसानी से देख सकते हैं, इसी के माध्यम से समकालिक निरंतरता और छात्र प्रगति को देख सकते हैं।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा ऑटोमोबाइल समिति डॉ. चतुर्थ भसीन, सचिव उच्च शिक्षा श्री शैलेश बगौली, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अंजू अग्रवाल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा डॉ. ममता, सहायक निदेशक उच्च शिक्षा डॉक्टर दीपक कुमार पैंडेज़ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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