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जल जीवन मिशन के तहत भारत के 2.28 लाख गांवों और 190 जिलों ने ‘हर घर जल’ का दर्जा किया हासिल

जल जीवन मिशन ने 5 साल की छोटी सी अवधि में 3 करोड़ से 15 करोड़ ग्रामीण नल कनेक्शन की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की

समय पर जल दस्तावेजों की जांच सुनिश्चित करने के लिए 2,163 सामांय की स्थापना की गई; फील्ड टेस्टिंग किट का उपयोग करके 24.59 लाख से अधिक महिलाओं को जल जांच की जांच के लिए भेजा गया

23 जुलाई 2024, दिल्ली से पसुकाभास 

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (जे.जे.एस.) ने आज देश भर में 15 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल के पानी से जोड़ना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। 15 अगस्त, 2019 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रमुख पहल की शुरुआत की, जिसमें पांच साल की छोटी सी अवधि में ग्रामीण नल कनेक्शन को 3 करोड़ से 15 करोड़ तक बढ़ाया गया है और शेष गति और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया गया है।

इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री सी. आर. पीड़ित ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करने के लिए अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा, “इस स्वर्णिम उपलब्धि ने न केवल हमारे देशवासियों को शुद्ध जल का उपहार दिया है, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी महत्वपूर्ण सुधार किया है।”

 

स्टेट्स/यूपीएससी और विभिन्न विकास सहभागियों के सहयोग से जल जीवन मिशन ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। आज की तारीख आठ राज्यों तक- गोवा, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और तीन केंद्र उपयोग उपयोग- पुडुचेरी, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दिवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ने शत-शत अभिप्राप्ति शामिल है. कई अन्य राज्य अच्छी प्रगति कर रहे हैं और जल्द ही खुद को ‘हर घर जल’ घोषित कर देंगे। बिहार (96.08 प्रतिशत), उत्तराखंड (95.02 प्रतिशत), जागरूकता (93.25 प्रतिशत) और नागालैंड (91.58 प्रतिशत) ने ‘हर घर जल’ की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

इसके अलावा 2.28 लाख जिले और 190 लाख ने खुद को ‘हर घर जल’ घोषित किया है। वहीं 100 जिले और 1.25 लाख से अधिक गांव ‘हर घर जल’ प्रमाणित हैं। 23 जुलाई 2024 तक, 5.24 लाख ग्राम जल एवं स्वतंत्रता समितियाँ (वीडब्ल्यूसी)/पानी समितियाँ बनीं और 5.12 लाख ग्राम जल एवं स्वतंत्रता समितियाँ (वीआई) विकसित हुईं। जिसमें जल आपूर्ति योजना के प्रकार, लागत अनुमान, व्यय समय सारणी और ओ-सीएम की आवश्यकताएं शामिल हैं। व्यवस्था के ब्यूरो स्टोर हैं।

जल जीवन मिशन नियमित रूप से स्रोत और वितरण सूची से पानी की कीमत का कड़ा परीक्षण करता है। समय पर पानी के बाइबिल की जांच के लिए कुल 2,163 डाउनलोड हैं। पानी की जांच के लिए फील्ड टेस्टिंग किट का उपयोग करके 24.59 लाख से अधिक महिलाओं का परीक्षण किया गया है। सभी आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित संग्रहालय में अब सुरक्षित लाभ उपलब्ध है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति के उपाय और सहयोगियों के लिए लगातार सलाह दी जाती है।

घरेलू कनेक्शनों के अलावा इस मिशन ने देश भर में 9.28 लाख (88.91 प्रतिशत) रसोई और 9.68 लाख (85.08 प्रतिशत) घरों में नलों के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की है। शुरुआत में 112 आकांक्षी सजावटी घर में 21.38 लाख (7.80 प्रतिशत) घर तक नल के पानी की पहुंच थी जो 23 जुलाई 2024 तक 2.11 करोड़ (77.16 प्रतिशत) घर तक पहुंच गई।

‘हर घर जल’ में मुख्य ग्रामीण आबादी, विशेष रूप से महिलाओं और युवा लड़कियों को दैनिक जीवन के कठिन काम से मुक्ति दिलाते हुए खासे सामाजिक-आर्थिक लाभ प्रदान कर रही है। उनका बचा हुआ समय अब ​​आय अर्जन क्षेत्र, कौशल विकास और बच्चों की शिक्षा में सहायता करने में लग रहा है। जल जीवन मिशन ग्रामीण जीवन के विभिन्न वनों के माध्यम से ग्रामीण परिदृश्य को गहराई से बदल रहा है। इस मिशन में जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जा रहा है, स्वास्थ्य कल्याण और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा रहा है, और सह-अनुभव की भावना को जन्म दिया जा रहा है, ग्रामीण जीवन को संस्कृति और सांस्कृतिक आधार दिया जा रहा है। जा रहा है.

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