देश

लोकसभा अध्यक्ष के चयन के बाद 18वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के सम्बोधन का मूल पाठ

26जून 2024, दिल्ली से पसूकाभास 

आदरणीय अध्यक्ष महोदय!

ये सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं। आपको और इस पूरे घर को मेरी तरफ से मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

मेरी तरफ से आपको शुभकामनाएं हैं लेकिन इस पूरे सदन की तरफ से भी आपको अनेक-अनेक शुभकामनाएं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण काल ​​खंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होना बहुत बड़ा अवसर आपको मिला है और आपका पांच वर्ष का अनुभव और आपके साथ हम लोगों का मतलब पांच वर्ष का अनुभव है, हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले पांच वर्ष हम सब का मार्गदर्शन भी करेंगे और देश की आशा और अपेक्षाएँ पूरी करने के लिए इस सदन में अपनापरवाह जीवन में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सहज रूप से होता है और आपको उसके साथ-साथ एक मीठी-मीठी मुस्कान भी मिली होती है। आपके चेहरे को ये मीठी-मीठी मुस्कान पूरे घर को भी सुखद बनाती है। मुझे विश्वास है कि आप हर कदम पर नए प्रतिमान, नए कीर्तिमान गढ़ते हैं। 18वीं लोकसभा में अभिनव बिंद्रा का दूसरा सीजन संभालना हम आपके लिए एक नया-नया रिकॉर्ड देख रहे हैं। श्री बलराम जाखड़ जी, वह पहले ऐसे अध्यक्ष थे, जिन्होने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करके फिर उनके समकक्ष बनने का अवसर मिला था। उसके बाद आप पाएंगे कि पांच साल पूरा करने के बाद इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। गत 20 साल का ऐसा कालखंड रहा है कि ऊंचे स्तर के उम्मीदवार या तो उसके बाद चुनाव नहीं लड़े हैं, या तो उसके बाद चुनाव नहीं लड़े हैं। आप समझ सकते हैं कि किसी विशेषज्ञ का काम कितना कठिन है कि उसके लिए पूरा जीतना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आप नायकों के आए हैं, इसके लिए एक नया इतिहास आपने गढ़ा है।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

इस सदन में अधिकतम हमारे सभी माननीय सांसद महोदय आपसे परिचित हैं, आपके जीवन से भी परिचित हैं और पिछली बार मैंने इस सदन में आपके संबंधों में काफी कुछ बातें रखी थीं और मैं आज उसे दोहराना नहीं चाहता, लेकिन मैं एक सांसद के रूप में हूं। और हम सभी सांसदों के रूप में आप जिस प्रकार से एक सांसद के रिश्तेदार काम करते हैं, यह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली भी, हमारे जो प्रथम सांसद हैं, हमारे युवा सांसद हैं,उन्हें जरूर प्रेरणा मिलेगी। आपने अपने मंच में, संसदीय क्षेत्र में सर्वोत्तम माँ और सर्वोत्तम शिशु के रूप में, एक प्रतिबद्धता के साथ जो अभियान चलाया है और इस अभियान को जिस प्रकार से अपने क्षेत्र में प्राथमिकता देकर खुद को शामिल किया है, वह वास्तव में प्रेरक है। आपने कोटा के ग्रामीण क्षेत्रों में हॉस्पिटल ऑन व्हील्स में एक मानव सेवा का उत्कृष्ट कार्य चुना है, जो राजनीतिक कार्यों को करने वाले कार्यों में आपकी मदद कर रहा है। आप नियमित रूप से गरीबों को कपड़े, कंबल, मौसम के अनुसार छाता की जरूरत होती है तो छाता, जूते ऐसी अनेक सुविधाएं समाज के आखिरी तबके के जो लोग हैं, उन्हें खोज-खोजकर पहुंचाते हैं। खेलों में प्रोत्साहन देने के लिए अपने क्षेत्र के व्यक्तियों के लिए, यह एक प्राथमिकता के रूप में काम उठाया है।

आपके पिछले कार्यकाल में 17वीं लोकसभा में मैं कहता हूं कि संसदीय इतिहास का वो स्वर्णिम काल खंड रहा है। आपकी अध्यक्षता में संसद में जो ऐतिहासिक निर्णय हुए हैं, आपकी अध्यक्षता में सदन के माध्यम से जो सुधार हुए हैं, ये अपने आप में एक सदन की भी और आपकी भी विरासत है और भविष्य में 17वीं लोकसभा के संबंध में जब विश्लेषण होंगे, उसके विषय में लिखा जाएगा तो भारत के भविष्य को नई दिशा देने में आपकी अध्यक्षता वाली 17वीं लोकसभा की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

17वीं लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023, जम्‍मू-कश्‍मीर पुनर्गठन विधेयक, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य बिल, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्‍शन बिल, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक, Transgender Persons (Protection of Rights) Bill, Consumer Protection Bill, Direct Tax, विवाद से विश्वास विधेयक, सामाजिक, आर्थिक और राष्‍ट्र महत्‍व के ऐसे कितने ही महत्‍वपूर्ण ऐतिहासिक कानून 17वीं लोकसभा में आपकी अध्यक्षता के अंदर इस सदन ने पारित किए हैं और देश के लिए एक मजबूत नींव बनाई है। जो कार्य आजादी के 70 साल में नहीं हुए, आपकी अध्‍यक्षता में इस सदन ने इसको करके दिखाया।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई पड़ाव आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं जब हमें कीर्तिमान स्‍थापित करने का सौभाग्‍य मिलता है। 17वीं लोकसभा में उपलब्‍धियां, मुझे पूरा विश्‍वास है देश आज भी और भविष्‍य में उसका गौरव करेगा। आज देश अपनी आकाक्षांओं की पूर्ति के लिए भारत को आधुनिक बनाने की दिशा में जब हर तरह से प्रयास हो रहे हैं, मैं मानता हूं कि ये नया संसद भवन भी अमृतकाल के भविष्‍य को लिखने का काम करेगा और वो भी आपकी अध्‍यक्षता में। नए संसद भवन में हम सबका प्रवेश आपकी ही अध्‍यक्षता में हुआ और आपने संसदीय कार्यप्रणाली को प्रभावी और जिम्मेदार बनाने के कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और इसलिए लोकतंत्र को मजबूती देने में मदद मिली है। लोकसभा में हम पेपरलेस डिजिटल व्यवस्था से आज काम कर रहे हैं। पहली बार आपने सभी माननीय सांसदों को briefing के लिए एक व्यवस्था खड़ी की। इससे सभी माननीय सांसदों को भी आवश्‍यक reference material मिला। उसके कारण सदन की चर्चा अधिक पुष्ट हुई और ये आपका एक अच्छा initiative था, जिसने सांसदों में भी विश्वास पैदा किया था, मैं भी कुछ कह सकता हूं, मैं भी अपने तर्क दे सकता हूं। एक आपने अच्‍छी व्‍यवस्‍था को विकसित किया।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

जी 20 भारत की सफलता का एक महत्वपूर्ण पृष्ठ है। लेकिन बहुत कम चर्चा हुई है, वो है पी 20 और आपकी नेतृत्‍व में जी 20 देशों के जो पीठासीन अधिकारी हैं, स्‍पीकर्स हैं, उनका सम्‍मेलन आपकी अध्‍यक्षता में हुआ और अब तक पी 20 के जितने सम्‍मेलन हुए हैं, उसमें ये ऐसा अवसर था कि दुनिया के सर्वाधिक देश आपके निमंत्रण पर भारत आए और बहुत ही उत्तम प्रकार के निर्णय उस समिट में हुए और उसने विश्व में भारत के लोकतंत्र की जो प्रतिष्ठा है, उसको गौरव देने में बहुत बड़ा रोल अदा किया है।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

ये हमारा भवन, ये सिर्फ चार वाले नहीं है। हमारा यह संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है। संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण हमारे देशवासियों के मन में लोकतंत्र के प्रति उनकी जो निष्‍ठिता है, उसे और अधिक मजबूत संरचना है। आपके मार्गदर्शन में 17वीं दुनिया में, उनकी उत्पादकता, 25 वर्षों के उच्चतम स्तर पर 97% रही है और उसके लिए सभी माननीय सदस्य तो अभिनंदन के अधिकारी हैं लेकिन आप विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं। कोरोना जैसे मुश्किल दौर में मैंने हर सांसद से फोन पर बात करके हाल ही में पूछा। जब किसी सांसद की बीमारी की खबर आई तो उसने सदन के अध्यक्ष के रिश्तेदार व्यक्तिगत रूप से उसकी चिंता की और वह जब सभी दलों के सदस्यों से मुझे सुनने को मिला, मुझे बड़ा गर्व हुआ कि जैसे आप इस सदन के परिवार के मुखिया के रूप में वह कोरोना कालखंड में भी व्यक्तिगत चिंता करते थे। कोरोना काल में भी घरों का काम रुकने नहीं दिया गया। सांसदों ने भी आपके हर सुझाव को सर आंखों पर चढ़ाया, किसी को ऊपर बैठने को कहा तो वहां जाकर बैठ गए, किसी को दूसरी जगह जाकर बैठने को कहा तो वो भी बैठ गए, लेकिन देश के काम को किसी ने रुकने नहीं दिया। लेकिन आपने ये जो निर्णय लिया, उसका परिणाम है कि हम उस कठिन कालखंड में भी कार्य कर पाए और ये खुशी की बात है कि कोरोना काल में सदन ने 170% उत्पादकता हासिल की, ये आपकी दुनिया के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी खबर है।

आदरणीय अध्यक्ष जी,

हम सब चाहते हैं कि सदन में आचरण, सदन के नियमों का पालन हम सब करें और अपने बड़े समरूप तरीकों से, सहज तरीकों से और कभी-कभी ईमानदारी के साथ भी निर्णय लें। मैं जानता हूं कि ऐसे निर्णय आपको पीड़ा भी देते हैं। लेकिन आपने सदन की गरिमा और व्यक्तिगत पीड़ा में सदन की गरिमा को पसंद किया और सदन की परम्परा को बनाने का प्रयास किया, इस साहसी पूर्ण कार्य के लिए भी आदर्शनीय अध्यक्ष जी, आप अभिनंदन के अधिकारी हैं। मुझे विश्वास है आदर्शनीय अध्यक्ष जी, आप तो सफल होने वाले ही हैं। लेकिन आपकी अध्यक्षता में इस 18वीं लोकसभा भी बहुत ही सफल देश के नागरिकों के सपने को पूरा करेगी।

मैं फिर एक बार आपको इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले इस सदन की अध्यक्षता के लिए दिल से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं!

बहुत-बहुत बधाई देता हूं!

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