नई दिल्ली(प्याउ)। दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस द्वारा उत्तराखंड समाज की घोर उपेक्षा करने की दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस ने कड़ी भर्त्सना की।5 अप्रैल को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते दिल्ली प्रवेश पर्वतीय कांग्रेस चेयरमैन बृजमोहन उप्रेती, कांग्रेसी नेता लीलाधर भट्ट, व देवेन्द्र सजवान ने संबोधित करते हुए एक स्वर में दिल्ली की जनसंख्या के सातवें हिस्से का प्रतिनिधत्व करने वाले विशाल उत्तराखण्डी समाज को कांग्रेस ने दिल्ली नगर निगम की 272 सीटों में से केवल 2 सीटें दे कर विश्वासघात किया है। दिल्ली प्रदेश पव्रतीय कांग्रेस के चेयरमेन सहित पूरे संगठन ने इस अन्याय के खिलाफ कांग्रेस आला कमान से मिलने की कोशिश की परन्तु कांग्रेस आला नेतृत्व ने दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस की वेदना तक सुनने के लिए समय न देकर पुन्न आहत किया। हालांकि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय मांकन से पर्वतीय कांग्रेस के प्रतिनिधीमण्डल ने अपना रौष प्रकट किया। पर कोई सम्मानजनक हल नहीं निकला। इससे आहत हो कर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने कांग्रेस द्वारा उपेक्षित व अपमानित उत्तराखण्डी समाज की आहत भावनाओं का समर्थन करते हुए समाज के सम्मान की लड़ाई में दिल्ली पर्वतीय कांग्रेस साथ खड़ी है। दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस के चेयरमेन ने कहा उन्हें पूरा विश्वास था कि दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अ जय मांकन उनकी भावनाओं का सम्मान कर उपेक्षित उत्तराखण्डी समाज को न्याय देगा। दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस ने इन दिननि के 272 सीटों में से केवल 28 उत्तराखण्डी बाहुल्य सीटों पर ही दावेदारी की थी। जिसने कांग्रेस के विधायक रहे मठाधीशों ने जिलाध्यक्ष के साथ मिल कर उत्तराखण्डी समाज को उपेक्षित करने का षडयंत्र किया। खासकर उत्तराखण्डी समाज के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेश पाण्डे को लक्ष्मीनगर विधानसभा सीट से मिली टिकट पर भी जिस प्रकार से पूर्व विधायक डा अशोक वालिया ने हायतौब्बा मचाई उसकी दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस ने कड़ी भत्र्सना की। अपनी नाराजगी जताने के बाद पर्वतीय कांग्रेस ने कहा कि स्थिति को देखते हुए भविष्य में कड़े कदम भी उठा सकती है।
इस संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस के महासचिव प्रभाकर पोखरियाल, करावल नगर जिलाध्यक्ष धर्मपाल कुमाई, कृष्णनगर जिला ध्यक्ष देवेन्द्र सजवान ,मैहरोली जिलाध्यक्ष पृथ्वी रावत, कालका जी से बाली मनराल व गोल मार्केट ब्लाक अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद चमोली भी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि दिल्ली में उत्तराखण्डी समाज को कांग्रेस में प्रमुखता से जोड़ने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय मांकन ने पर्वतीय सेल को मजबूती देते हुए दिल्ली प्रदेश पर्वतीय कांग्रेस का गठन कर उत्तराखण्ड समाज के अग्रणी समाजसेवी बृजमोहन उप्रेती को इसका पहला चेयरमैन बनाया था। अजय मांकन के करीबी समझे जाने वाले बृजमोहन उप्रेती ने अपनी ताजपोशी के दिन ही अजय माकन से यह आश्वासन सार्वजनिक रूप से भी ले लिया था कि दिल्ली नगर निगम व विधानसभा सहित सभी चुनावों में दिल्ली के विशाल उत्तराखण्डी समाज को सम्मुचित प्रतिनिधित्व दिया जायेगा। अजय माकन के आश्वासन के बाद बृजमोहन उप्रेती ने दिन रात समर्पित हो कर दिल्ली में सैकड़ों उत्तराखण्डियों को इस आश्वासन के साथ जोड़ा था कि आगामी नगर निगम में कांगे्रेस उत्तराखण्डियों को भी न्यायोचित प्रतिनिधित्व देगी। परन्तु दिननि के चुनाव आते ही कांग्रेस ने उत्तराखण्डियों की फिर शर्मनाक उपेक्षा करके दिल्ली प्रदेश कांग्रेस को भी समाज में मुंह दिखाने के काबिल नहीं छोड़ा। इसीकारण दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इस विश्वासघात पर खुल कर कांग्रेस का विरोध में उतरी है।